नयी दिल्ली। केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत चयनित देश के 131 शहरों में प्रदूषण कम करने के प्रयास के साथ-साथ जल की गुणवत्ता सुधारने के भी खास उपाय किये जा रहे हैं।
यादव ने प्रश्नकाल के दौरान भारतीय जनता पार्टी के चंद्रप्रकाश जोशी के नदियों, पोखरों में जल की गुणवत्ता खराब होने संबंधी प्रश्न के जवाब में कहा कि देश के 131 शहरों में जल, वायु प्रदूषण और ठोस अपशिष्ट की समस्या से निपटने के विशेष इंतजाम किये जा रहे हैं। नदियों, पोखरों का जल स्वच्छ रहे, इसके लिये भी सरकार निरंतर कोशिश करती रहती है।
उन्होंने कांग्रेस के दीपेन्द्र सिंह हुड्डा के यह पूछे जाने पर कि दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में 42 के भारत में होने संबंधी रिपोर्ट के मद्देनजर आम बजट में प्रदूषण को लेकर क्या प्रावधान किये गये हैं। इस पर श्री यादव ने कहा कि चयनित 131 प्रदूषित शहरों में लगातार वायु गुणवत्ता सुधारने के प्रयास किये जा रहे हैं। खेतों में पराली न जलायी जायें, इसके लिये मशीनें उपलब्ध करायी जा रही हैं। वायु प्रदूषण कम करने के अन्य उपाय भी किये जा रहे
हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भी वायु गुणवत्ता सुधारने के लिये विभिन्न कार्य किये जा रहे हैं । राज्य सरकारों के साथ तालमेल करके अस्पतालों के कचरे के प्रबंधन के भी प्रयास किये जा रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि ग्रीन इंडिया मिशन के तहत पौधे लगाने का अभियान चलाने के लिये जिला वन अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है, जिससे पौधारोपण कार्यक्रम में तेजी लायी जा सके। उन्होंने कहा कि पांच जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान चलाने आह्वान किया था। इस अभियान में सभी को भागीदार बनना
चाहिये । इससे वायु प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी।
यादव ने भाजपा के राजीव प्रताप रूडी के प्रश्न के उत्तर में बताया कि बिहार के छपरा सहित इसी स्तर के देश के अन्य शहरों को भी वायु प्रदूषण कम करने की महती योजना में लाने के बारे में सरकार विचार कर रही है ।