मास्को। यूक्रेनी सैनिकों ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र में नागरिक ठिकानों पर हमला करने के लिए पश्चिमी देशों द्वारा निर्मित मिसाइलों का इस्तेमाल किया। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने ये बात कही है। ज़खारोवा ने कहा, “यह पहली बार है कि कुर्स्क क्षेत्र में नागरिक ठिकानों पर पश्चिमी देशों द्वारा निर्मित रॉकेटों खास कर अमेरिकी रॉकेट से हमला किया गया।”
उन्होंने कहा कि कुर्स्क में हमले में ग्लुशकोवस्की जिले में सेम नदी पर एक पुल नष्ट हो गया और “लोगों की मदद करने वाले कुछ लोग मारे गए।” उन्होंने कहा कि इस हमले के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को रूस से कड़ी सजा मिलेगी। इस बीच, यूक्रेनी राष्ट्रपति के सलाहकार मायखाइलो पोडोल्याक ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिमी रूस के कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेन का अभियान दोनों देशों के बीच संभावित शांति वार्ता से जुड़ा है। यूक्रेन ने 6 अगस्त को कुर्स्क क्षेत्र में सैन्य अभियान शुरू किया था और रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेनी सेना 18 किलोमीटर तक रूस के क्षेत्र में घुस गई है।
इस सप्ताह की शुरुआत में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि रूस की सीमा पर यूक्रेन के हमलों का “उचित जवाब” दिया जाएगा। रूसी सेना का काम रूसी क्षेत्रों से यूक्रेनी बलों को हटाना है। 15 अगस्त को यूक्रेनी सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ ओलेक्सांद्र सिरस्की ने कहा कि यूक्रेन ने संघर्ष प्रभावित क्षेत्र में 82 बस्तियों पर नियंत्रण कर लिया है।