गाजियाबाद। तीन डाॅक्टरों के पैनल ने रविवार को 90 मिनट तक बच्ची का पोस्टमार्टम किया। शव पुराना होने की वजह से कारण स्पष्ट नहीं होने पर रिपोर्ट की स्लाइड बनाकर जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजी गई है। पैनल में फोरेंसिक एक्सपर्ट विशन, डाक्टर सिद्धार्थ व एक महिला डॉक्टर शामिल रहीं।
एक महीने पहले 15 जुलाई को नंदग्राम के हरबंश नगर से मेरठ में मामा की बरात में शामिल होने गई बच्ची का शव दूसरे दिन शादी समारोह से करीब दो किलोमीटर दूर चाकू से गुदा हुआ मिला था। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया था। मेरठ में हुए पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी जानवर के काटने से मौत की पुष्टि हुई थी। परिजनों ने रिपोर्ट पर संदेह व्यक्त करते हुए दोबारा पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग की थी।
मेरठ डीएम ने दोबारा पीएम कराने की बात मान ली थी लेकिन परिजनों में गाजियाबाद में पोस्टमार्टम कराने की मांग की थी। हत्या की घटना को लेकर कई दिनों तक नंदग्राम में कैंडल मार्च मार्च भी निकाला गया था।
शनिवार को परिजनों ने मोर्चरी पर प्रदर्शन भी किया था। रविवार को डॉक्टरों के पैनल ने बच्ची का दोबारा पोस्टमार्टम किया लेकिन कारण स्पष्ट नहीं किया गया। सीएमओ अखिलेश मोहन का कहना है कि स्लाइड की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।