Wednesday, December 25, 2024

बरेली में SP ने कोतवाल के आवास पर मारा छापा, बरामद हुए 10 लाख रुपये, थाने की दीवार फांदकर भागा इंस्पेक्टर

बरेली- उत्तर प्रदेश के बरेली में नशे के सौदागरों से उगाही करने के आरोपी पुलिस निरीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। आरोपी पुलिस अधिकारी की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।


पुलिस सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य को सूचना मिली थी कि फरीदपुर थाने में तैनात इंस्पेक्टर रामसेवक ने मादक पदार्थ तस्करी करने वाले से बड़े पैमाने पर वसूली की है। इस सूचना पर एसएसपी ने छापा कार्रवाई कराई। आरोपी इंस्पेक्टर के आवास से लाखों रुपए बरामद हुए। इस बीच इंस्पेक्टर मौके से फरार हो गए। एसएसपी अनुराग आर्य ने इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही फरीदपुर थाने में ही आरोपी इंस्पेक्टर पर मामला किया गया है।


उन्होने बताया कि थाना फरीदपुर में एसपी उत्‍तरी मानुष पारेख ने गुरुवार दोपहर छापा मारा। प्रभारी निरीक्षक रामसेवक थाने के बाहर अपने उपनिरीक्षकों के साथ बैठे हुए थे। एसपी उत्‍तरी के पहुचने पर प्रभारी निरीक्षक कुछ नहीं समझ सके। एसपी उत्‍तरी पहले सामने बैरक में गये वहां पर कटटा पडा हुआ मिला, इसके बाद प्रभारी निरीक्षक रामसेवक और एसपी उत्‍तरी आफिस की तरफ गये। वहां पर पहुचंते ही एसपी उत्‍तरी ने प्रभारी निरीक्षक से दोनो मोबाइल फोन मांग लिये। थाना परिसर में ही प्रभारी निरीक्षक आवास है। उस गेट पर ताला लगा हुआ था। एसपी उत्‍तरी ने ताला खोलने को कहा। रामसेवक ने ताला खोला एसपी उत्‍तरी अन्‍दर गये। मौके का फायदा उठाकर प्रभारी निरीक्षक रामसेवक कोतवालीके  पिछले गेट से भाग गये।


एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि गोपनीय सूचना प्राप्त हुई कि थाना प्रभारी फरीदपुर निरीक्षक रामसेवक द्वारा बुधवार रात्रि में दो सदिग्धो को एनडीपीएस आरोप में पकडकर सात लाख रुपये लेकर छोड दिया है, जिसकी जांच के लिए क्षेत्राधिकारी फरीदपुर गौरव सिंह थाने पर गये, तो थाना प्रभारी रामसेवक थाने से गायब हो गया। जिसका कमरा चैक करने पर कमरे से लगभग नौ लाख 96 हजार रुपये कैश बरामद हुआ है।


जांच में ज्ञात हुआ है कि रात्रि में आलम , नियाज अहमद को बरेली थाने पर लाया गया था जिनको सात लाख रुपये लेकर थाना प्रभारी ने छोड दिया। इस सम्बन्ध में क्षेत्राधिकारी फरीदपुर की तहरीर पर थाना फरीदपुर पर धारा 308(6)/127(2) बीएनएस व 7/13 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 पंजीकृत किया गया है। आरोपी निरीक्षक को निलम्बित किया गया है। आरोपी निरीक्षक की गिरफ्तारी की प्रयास किया जा रहा है । शीघ्र ही फरार इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया जाएगा।

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