नोएडा। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली व उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ से प्राप्त निर्देशानुसार जनपद गौतमबुद्व नगर में जनपद न्यायाधीश अवनीश सक्सेना की अध्यक्षता में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन मुख्यालय व तहसील स्तर पर किया गया।
जिसमें जनपद न्यायालय में कार्यरत न्यायिक अधिकारी द्वारा कुल 134468 वाद तथा प्री-लिटिगेशन स्तर पर राजस्व न्यायालय द्वारा 86695 मामले तथा बैंक द्वारा 216 मामलें, एनपीसीएल द्वारा 112 मामलें व यूपीपीसीएल द्वारा 2250 मामलें तथा श्रम न्यायालय द्वारा 496 मामलें व धनराशि 54350629 रुपए रही। पुलिस विभाग द्वारा 4737 मामलों का निस्तारण किया गया। बीएसएनएल द्वारा 73 मामलें तथा यातायात विभाग द्वारा 81290 मामलों का निस्तारण किया गया। परिवहन विभाग द्वारा 22615 मामलों का निस्तारण किया गया। इस प्रकार प्री-लिटिगेशन के 200140 मामलें निस्तारित हुए।
अपर जिला जज/जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव ऋचा उपाध्याय ने बताया गया कि जनपद गौतमबुद्धनगर में आयेजिल राष्ट्रीय लोक अदालत में 334608 वादों का निस्तारण विभिन्न जजों द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालयवार निस्तारित वादों में जिला जज अवनीश सक्सेना द्वारा 2 वादों का निस्तारण किया गया। मयंक चौहान, भूमि अर्जन पुनर्वासन एवं पुर्नव्र्यवस्थापन प्राधिकरण द्वारा 22 वाद। पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण कुनाल वेपा द्वारा 36 वाद व समझौता धनराशि 29321545 रुपए रही है। प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय बुद्धि सागर मिश्रा द्वारा 32 वाद है। अपर जिला जज-प्रथम प्रतिक्षा नागर द्वारा 3 वाद है।
अपर जिला जज पोक्सो कोर्ट प्रथम विकास नागर द्वारा 1 वाद। अपर जिला जज द्वितीय विशेष न्यायाधीश (एससी/एसटी एक्ट) विजय कुमार हिमाॅशु द्वारा 7 वाद है। अपर जिला जज-तृतीय संजय सिंह द्वारा 15 वाद। अपर जिला जज पोक्सो कोर्ट प्रथम चन्द्र मोहन श्रीवास्तव द्वारा 575 वाद व जुर्माना 6508980 रुपए। अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय बुशरा आदिल रिजवी द्वारा 12 वाद। अपर जिला जज-षष्टम राजेश कुमार मिश्रा द्वारा 1 वाद। अपर जिला जज/पोक्सो-द्वितीय सौरभ द्विवेदी द्वारा 60 वाद। अपर जिला जज/एफटीसी प्रथम रणविजय प्रताप सिंह द्वारा 12 वाद। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बबीता पाठक द्वारा 23894 वाद व जुर्माना धनराशि 4858040 रुपए।
सिविल जज सीडि. मयंक त्रिपाठी द्वारा 34 वाद व समझौता धनराशि 24756348 रुपए। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-प्रथम शिवानी त्यागी द्वारा 1590 वाद। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-द्वितीय रवि कुमार सागर द्वारा 1231 वाद व जुर्माना धनराशि 155350 रुपए। अतिरिक्त सिविल जज सीडि.-2 दिव्यकाॅन्त सिंह राठौर द्वारा 352 वाद व समझौता धनराशि 34500 रुपए रही।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा अपर सिविल जज सीडि. एफटीसी नूपुर श्रीवास्तव द्वारा 1311 वाद व जुर्माना धनराशि 60130। पीठासीन अधिकारी वर्चुअल कोर्ट रिचा शुक्ला द्वारा 105000 चालान में जुर्माना धनराशि 7061850। सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग) जेवर नाजिम अकबर द्वारा 60 वाद व जुर्माना धनराशि 29985। सिविल जज जूडि. रिचा शुक्ला द्वारा 11 वाद व समझौता धनराशि 180187।
तृतीय विशेष न्यायाधीश न्यायालय एनआई एक्ट राजेन्द्र कुमार द्वारा 42 वाद व समझौता धनराशि 38669828। अतिरिक्त न्यायालय-1 प्रदीप कुमार कंसल के द्वारा 40 वाद व 9800000 रुपए समझौता राशि। अतिरिक्त न्यायालय संख्या-2 नलिन काॅत त्यागी द्वारा 81 वाद व 20251234 समझौता धनराशि। पीठासीन अधिकारी जिला उपभोक्ता न्यायालय अनिल कुमार द्वारा 35 वाद व समझौता धनराशि 2052072।
उन्होंने बताया कि इस प्रकार जनपद स्थित न्यायालय के न्यायिक अधिकारी द्वारा कुल 134468 वादों का निस्तारण किया गया। उन्होंने बताया कि इसके अलावा राष्ट्रीय लोक अदालत में नोएडा प्राधिकरण के 1569 मामलें, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के 25 मामलें तथा यमुना प्राधिकरण के 62 मामलें निस्तारित किए गए। वहीं पुलिस विभाग के 4737 तथा राजस्व के 86695 वादों का निस्तारण किया गया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 334608 मामलों का निस्तारण के साथ ही समझौता धनराशि 2670972023 रुपए प्राप्त की गई।