ग्रेटर नोएडा | हिंडन नदी में कुलेसरा पुल के नीचे मिली अज्ञात महिला के शव की शिनाख्त ककराला गांव निवासी नजमा पुत्री अख्तर के रूप में हुई है। उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी। पुलिस ने इस बात का खुलासा करते हुए नजमा की हत्या करने वाले उसके दोनों भाइयों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार बहन के चरित्र पर शक होने कारण उसके दोनों भाइयों ने उसकी गला घोट कर हत्या कर दी थी और शव को हिंडन नदी में फेंक दिया था।
सरताज और शाहरुख ने अपनी बहन नजमा की दुपट्टे से गला घोट कर उसकी हत्या कर दी थी। हत्या करने के बाद उन्होंने शव को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से हिंडन नदी में फेंक दिया था। शव बहता हुआ थाना ईकोटेक – 3 क्षेत्र में आ गया था।
डीसीपी सेंट्रल राम बदन सिंह ने बताया कि 13 मार्च को मिले शव को लेकर पुलिस शिनाख्त में जुटी हुई थी। इसी दौरान 14 मार्च को सूरजपुर थाने पर सरताज नाम के युवक के द्वारा अपनी बहन के गुमशुदा का होने की गुमशुदगी दर्ज कराई गई और उसने शक भी जताया कि जो शव हिंडन नदी में मिला है, वह उसकी बहन का हो सकता है। पुलिस ने इसके बाद सरताज नाम के युवक से पूछताछ करनी शुरू कर दी और जब उसे गहनता से और कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपने भाई शाहरुख के साथ मिलकर अपनी बहन की हत्या करना कबूल किया।
डीसीपी सेंट्रल नोएडा ने बताया कि दोनों आरोपियों से पूछताछ से यह भी पता चला कि अपनी इज्जत को बचाने के लिए और नजमा के नाम की संपत्ति हासिल करने के लिए बहन की हत्या की थी। सरताज ने कबूल कर लिया नजमा की साजिद नाम के व्यक्ति से 2012 में हुई थी शादी हुई थी और उसका वैवाहिक विवाद चल रहा था।
इसका पति मसूरी गाजियाबाद में रह रहा था और वह कबाड़ी का काम करता था। नजमा पति से अलग सूरजपुर में अलग से रहती थी। नजमा का चाल चलन ठीक नहीं है और नजमा शराब भी पीती थी, इस कारण समाज में उसके चरित्र को लेकर तरह-तरह की चचार्एं हो रही थी। इन्हीं चचार्ओं से आजिज आकर उन्होंने नजमा को मौत के घाट उतार दिया।