लखनऊ – उत्तराखंड के भीमताल में एक कोठी से कथित रूप से 50 करोड़ की चोरी के बाद उत्तर प्रदेश के एक पूर्व आईएएस का नाम सार्वजनिक करके विवादों में आये आज़ाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर एक बार फिर चर्चाओं में आ गए है।
आजाद अधिकार सेना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं यूपी के पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर तथा डॉ नूतन ठाकुर कथित रूप से यूपी के एक पूर्व नौकरशाह के बंगले से 50 करोड रुपए चोरी होने के प्रकरण में कल 30 सितंबर को भीमताल, नैनीताल जाएंगे।
उन्होंने कहा कि नैनीताल के भीमताल में यूपी के एक पूर्व आईएएस अफसर के बंगले से 50 करोड रुपए चोरी होने के समाचार तेजी से वायरल हुए थे, इस संबंध में एक अफसर का नाम सामने आया था किंतु उनके द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि उनका इस प्रकरण से कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने कहा कि इसी बीच इस प्रकरण से संबंधित कई अन्य गंभीर तथ्य सामने आए हैं, जिनमें यह कोठी एक दिवंगत माफिया से संबंधित होने, पुलिस तथा प्रशासनिक अफसरों द्वारा अपने रसूख का अनुचित प्रयोग कर उस कोठी पर अवैध कब्जा किए जाने, उस संपत्ति का बेनामी स्थानांतरण किए जाने, यूपी पुलिस के लोगों द्वारा सादी वर्दी में मौके पर जाकर एक व्यक्ति को हिरासत में लिए जाने और कुछ माल बरामद होने आदि के समाचार सामने आए हैं।
इतना ही नहीं, स्वयं उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार ने भी इस घटना को नकारा नहीं है बल्कि सोशल मीडिया और अन्य स्थानों पर इसकी भारी चर्चा होने और अब तक कोई शिकायत नहीं आने की बात कही है।
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि ये समस्त तथ्य इस प्रकरण को और भी गंभीर बनाते हैं, अतः इस प्रकरण की पूर्ण सच्चाई को जानने के लिए वे और डॉ नूतन ठाकुर कल 30 सितंबर को लगभग बारह बजे मौके पर जाकर तथ्यों की जानकारी प्राप्त करेंगे।
दरअसल पिछले एक सप्ताह से उत्तराखंड की एक खबर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही थी, जिसमें बताया जा रहा था कि उत्तराखंड के भीमताल में एक कोठी है, जो उत्तर प्रदेश के पूर्व आईएएस की है और उस कोठी से 50 करोड़ से ज्यादा की नगदी की चोरी हुई है।
इस खबर को सबसे पहले एक राष्ट्रीय समाचार पत्र ने गपशप कॉलम में प्रकाशित किया था , जिसे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, जिसके बाद यह खबर जमकर वायरल हो गई,उस खबर में इशारे-इशारे में तो कई लोग कह रहे थे लेकिन किसी ने भी कोई नाम सार्वजनिक नहीं किया था।
इसी बीच आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सार्वजनिक किया था कि यह कोठी उत्तर प्रदेश के पूर्व आईएएस की है, इसका उन्होंने बाकायदा वीडियो संदेश भी जारी किया था।
जैसे ही नाम सार्वजनिक हुआ तो पूर्व आईएएस भी सक्रिय हुए और उन्होंने सोशल मीडिया पर तुरंत इस खबर का खंडन किया और अमिताभ ठाकुर व उनकी धर्मपत्नी व सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर एडवोकेट को नोटिस जारी कर दिए, इसके बाद पूर्व आईएएस पर लगाए अपने आरोपों से अमिताभ ठाकुर पलट गए थे ।
अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करके पूर्व आईएएस से बिना शर्त माफी मांगी थी , ठाकुर दंपति ने अपना पूर्व में किया गया पोस्ट भी डिलीट कर दिया था । अमिताभ ठाकुर ने लिखा था कि मैंने आईएएस रिटायर के संबंध में सोशल मीडिया के समाचारों के आधार पर जांच की मांग की थी लेकिन उन्होंने इन खबरों को पूर्णत निराधार व असत्य बताया है, अतः मैं पूर्व प्रेषित अपने एक्स पोस्ट को डिलीट कर उन्हें इससे हुई पीड़ा के लिए सार्वजनिक रूप से क्षमा याचना करता हूं। पूर्व आईपीएस की इस पोस्ट के बाद उन्हें भी सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा था जिसके बाद आज उन्होंने भीमताल जाकर खुद मौके से तथ्य इकट्ठे करने की घोषणा कर दी है।