Saturday, October 19, 2024

नोएडा में आपातकालीन स्थितियों में घायलों की जान बचाने वाले पुलिसकर्मी सम्मानित

नोएडा। विश्व आघात दिवस के मौके पर गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट पुलिस और यथार्थ अस्पताल के सयुंक्त तत्ववाधान में सेक्टर-108 स्थित पुलिस आयुक्त कार्यालय में कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें पुलिस कमिर्यों को आपातकालीन स्थितियों में लोगों की जान कैसे बचाई जा सकती है, इसकी जानकारी दी गई। वहीं विगत दिनों अपने प्रयासों से घायलों को समय से अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचाने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित भी किया गया।

विश्व आघात दिवस का उद्देश्य दुर्घटनाओं और आपातकालीन स्थितियों में घायल लोगों की मदद के लिए जागरूकता फैलाना है। इस वर्ष विश्व आघात दिवस के अवसर पर गौतमबुद्ध नगर पुलिस व यथार्थ अस्पताल के सयुंक्त सौजन्य से पुलिस आयुक्त कार्यालय में जीवन रक्षा पर संवेदनशीलता और पुलिस-डॉक्टर की सामाजिक भूमिका पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की मुख्य अतिथि पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

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उनके द्वारा कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों को बताया गया कि जीवन रक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जिसमें पुलिस और डॉक्टर की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। दुर्घटनाओं और आपातकालीन स्थितियों में घायल लोगों की जान बचाने के लिए त्वरित और सही कार्रवाई करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि पुलिस आपातकालीन स्थितियों में तुरंत प्रतिक्रिया करती है, जिससे घायलों को समय पर मदद मिलती है। पुलिस जीवन रक्षक उपाय भी करती है। जैसे कि घायलों को अस्पताल पहुंचाना और आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करना। सीपी ने कहा कि पुलिस समाज में सुरक्षा की गारंटी देती है, जिससे लोगों को अपने जीवन और संपत्ति की सुरक्षा का भरोसा मिलता है।

कार्यशाला के दौरान बताया गया कि आपातकालीन स्थितियों में डॉक्टर जीवन रक्षक उपचार प्रदान करते हैं, जिससे घायलों की जान बचाई जा सकती है। डॉक्टर घायलों को आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करते हैं, जिससे उनकी स्वास्थ्य स्थिति में सुधार होता है। डॉक्टर समाज में स्वास्थ्य शिक्षा का प्रसार करते हैं, जिससे लोग अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं। ट्रामा की स्थिति में पुलिस और डॉक्टर की सामाजिक भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। दोनों के संयुक्त प्रयास से घायलों की जान बचाई जा सकती है और उनकी स्वास्थ्य स्थिति में सुधार किया जा सकता है।

कार्यशाला के दौरान जानकारी दी गई कि विश्व आघात दिवस हमें जीवन रक्षा पर संवेदनशीलता और पुलिस-डॉक्टर की सामाजिक भूमिका को समझने का अवसर देता है। हमें उनके प्रयासों की सराहना करनी चाहिए और उनके साथ सहयोग करना चाहिए।
कार्यशाला के दौरान पुलिस अधिकारियों द्वारा विगत दिनों अपने प्रयासों से घायलों को समय से अस्पताल पहुंचाकर एवं पीड़ितों को आवश्यक सहायता देकर उनके जीवन की रक्षा करने वाले 20 पुलिसकर्मियों (पीआरवी पुलिसकर्मी व यातायत पुलिसकर्मी) को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया एवं उनका उत्साहवर्धन करते हुए प्रशंसा की गयी। इस दौरान अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय बबलू कुमार, स्टाफ ऑफिसर सुमित कुमार शुक्ला, सहित अन्य उपस्थित रहे।

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