मुजफ्फरनगर। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे ही आरक्षण की मांग भी जोर पकड़ने लगी है। कश्यप समाज ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आरक्षण की मांग को लेकर अनोखा तरीका अपनाया है। समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री सुधाकर कश्यप ने मौजूदा सरकार को घेरते हुए उत्तराखंड के हरिद्वार से दिल्ली तक एक गंगाजल यात्रा शुरू की है। सुधाकर कश्यप ने इस यात्रा के दौरान एक नारा भी दिया है आरक्षण दो गंगाजल लो, आरक्षण नहीं तो गंगाजल नहीं। कश्यप समाज की यह गंगा जल यात्रा हरिद्वार से होते हुए आज दोपहर मुजफ्फरनगर पहुंची जहां समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री सुधाकर कश्यप कहां की यह रैली नहीं है बल्कि गंगाजल यात्रा है इस गंगा जल यात्रा का शुभारंभ हमने हरिद्वार के कश्यप घाट से किया है। इस गंगाजल यात्रा का उद्देश्य यह है कि जब प्रदेश और देश में चुनाव आता है।
आपको याद होगा जब लोकसभा का चुनाव आया था और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था मुझे मां गंगा ने बुलाया है हम भी इसी इंतजार में रहे क्योंकि हम जल वंत्री समाज से हैं और कश्यप समाज का जो मुख्य व्यवसाय है। वह गंगा नदी के किनारे रहकर नाव चलाना और गंगा में फल सब्जियां पैदा करना ही हमारा मुख्य व्यवसाय है और हम मां गंगा के चरणो में रहने वाले हम कश्यप समाज के लोग हैं और हमें भी मां गंगा ने कहा कि तुम मुझे दिल्ली लेकर चलो मैं तुम्हें आरक्षण दिला कर लाऊंगी और मां गंगा जल का कलश भी हमारे साथ दिल्ली चल रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए हम गंगाजल लेकर इस यात्रा के माध्यम से जा रहे हैं। आरक्षण दो और गंगाजल लो। अगर आरक्षण नहीं तो गंगाजल नहीं। आपको मालूम होगा कि दो हजार अट्ठारह में मौजूदा सरकार ने कश्यप समाज के अट्ठारह जातियों को अनुसूचित जाति में जोड़ने की घोषणा की थी। जिसका आदेश भी जिला प्रशासन पर आ गया था लेकिन आज तक हमारे किसी भी समाज को प्रमाण पत्र नहीं मिला। क्योंकि हमारी जात के साथ सरासर धोखा किया जाता रहा है। आरक्षण अगर मिलता है तो मेरी जात का भविष्य तय होता है। कुछ दिन पहले जो मैंने अपने समाज के लोगों के जूतों की पोटली सिर पर उठाई थी वह इसलिए उठाई थी ताकि हमारे समाज के सभी लोग एक साथ हो जाएं। हमें जब तक आरक्षण नहीं मिलेगा तब तक हम दिल्ली में ही रहेंगे।