नोएडा। नोएडा के सेक्टर-33 स्थित इस्कॉन मन्दिर में शनिवार को गिरिराज गोवर्धन पूजा उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर इस्कॉन नोएडा मन्दिर से जुड़े भक्तों ने सवा टन पके हुए चावल एवं हलवे से लगभग 20 फुट लम्बे गोवर्धन पर्वत का निर्माण किया। पर्वत में राधाकुण्ड, श्यामकुण्ड, नारदकुण्ड, कुसुम सरोवर, मानसी गंगा इत्यादि सभी लीला स्थलों का निर्माण किया गया जो कि गिरिराज गोवर्धन में वास्तविक रूप से उपलब्ध हैं।
इस्कॉन नोएडा गोविन्द धाम एवं भक्तिवेदांत एकेडमी के प्रवक्ता एकान्त धाम दास ने बताया कि प्रातः 8 बजे से मन्दिर परिसर में श्रद्धालुओं का तांता लग गया। मुख्य उत्सव प्रातः 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक चला। उन्होंने बताया कि गोवर्धन पूजा उत्सव के दौरान भक्तों के साथ मधुर कीर्तन एवं गिरिराज गोवर्धन के जयकारों के साथ ऐसा प्रतीत होता था मानो वास्तव में ब्रज मण्डल स्थित हम गिरिराज गोवर्धन पहुंच गए हो। इस दौरान भक्तों ने गिरिराज जी की पूजा परिक्रमा की। गिरिराज जी को विभिन्न प्रकार की मिठाईयों, फलों, सूखे मेवे एवं पकवानों का भोग लगाया गया।
इस दौरान ’गिरिराज धरण हम तुम्हरी शरण’ नामक भजन कीर्तन से सबको मन्त्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के दौरान वृन्दावन से पधारे परम पूज्य राधे श्यामानन्द स्वामी महाराज ने गोवर्धन पूजा के महत्त्व और किस प्रकार इसे संपन्न किया जाना चाहिए पर विशेष प्रवचन दिया। तत्पश्चात् गिरिराज गोवर्धन जी की महा आरती उतारी गई। इस दौरान भक्तों ने नृत्य के साथ उत्सव का आनन्द उठाया। इस उत्सव में लगभग 1500 भक्तों ने भाग लिया।
उन्होंने बताया कि गोवर्धन पूजा एक पारम्परिक उत्सव है। जिसका शुभारंभ स्वयं भगवान् श्रीकृष्ण ने किया था। इसी परम्परा का अनुगमन करते हुए विश्व के लगभग 800 से अधिक इस्कॉन मन्दिरों एवं केन्द्रों में गोवर्धन पूजा मनाई जाती है। उन्होंने बताया कि गिरिराज गोवर्धन पूजा उत्सव के दौरान इस्कॉन के संस्थापकाचार्य श्रील प्रभुपाद की आज्ञानुसार सभी भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया।