समाज की दृष्टि में आप एक आदर्श व्यक्तित्व बनना चाहते हैं, दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत बनना चाहते हैं तो तत्काल किसी आदर्श व्यक्ति को अपना प्रेरणास्रोत मान उसके गुणों को अपने अंदर विकसित करने का प्रयास करे। उसके चरित्र और उसके अच्छे कार्यों से प्रेरणा लेते रहे। मन में संकल्प करें कि मुझे भी ऐसा ही बनना है। प्रत्येक महान व्यक्ति का कोई न कोई आदर्श रहा है। अपनी क्षमताओं को अपने गुणों को इतना विकसित करे कि आप भी किसी के आदर्श किसी के प्रेरणा स्रोत बन पाये। आरम्भिक असफलताओं से निराश न हो। सफलता निश्चित है। संसार में कोई भी व्यक्ति सर्वगुण सम्पन्न नहीं हो सकता, सारे गुण सब में नहीं होते, किन्तु सब में कोई न कोई विशेषता अवश्य होती है। किसी कमी अथवा अभाव के कारण दूसरों के द्वारा की गई आलोचना से मत घबराईये, मन में निराशा अथवा हीनता के भाव भी पैदा न होने दें। दूसरों के लिए अनुकरणीय किसी विशेषता के स्वामी आप भी हैं। उन विशेषताओं के विकास के लिए निरन्तर प्रयास शील रहे। आप भी सभी के लिए सम्मान के पात्र किसी के लिए आदर्श और किसी के लिए प्रेरणा स्रोत बन जायेंगे।