गाजियाबाद। शहर में बदमाशों के हौंसले बुलंद हैं। स्थिति यह है कि बदमाश खुद पुलिस बनकर घूम रहे हैं और वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। इंदिरापुरम में एक ऐसा ही प्रकरण सामने आया है। दो बदमाशों ने खुद को पुलिस बताया दवा लेकर लौट रहीं मां-बेटी को रोका और बुजुर्ग महिला के हाथों से हीरे की दो अंगूठियां उतरवा लीं। कथित पुलिस वालों ने महिला को लूट होने का डर दिखाकर अंगूठियां कब ठग लीं, पता ही नहीं चला।
उनके जाने के बाद महिला को पर्स में कागज और पत्थर मिले। ठगों ने कैसे दिया वारदात हो अंजाम इंदिरापुरम के नीति खंड- एक निवासी प्रमिता अरोड़ा पत्नी अनिल अरोड़ा ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि वह अपनी मां के साथ दवा लेकर लौट रही थीं, घर से कुछ ही दूरी पर दो युवक आए, उन्होंने बताया कि पुलिस वाले हैं और कहने मां जी इतनी महंगी अंगूठियां पहनकर चलने का समय नहीं है। कोई लूटकर ले जाएगा।
यूपी में 22 जिला जजों का तबादला, डॉ. अजय कुमार मुज़फ्फरनगर के जिला जज बने, विनय द्विवेदी बस्ती भेजे
प्रमिता के मुताबिक बदमाशों ने उनकी मां को हीरे की अंगूठियां उतारकर पर्स में रखने की सलाह दी। मां अंगूठियों को पर्स में रख ही रही थी कि उनमें से एक पर्स मां के हाथ से ले लिया और ठीक से रखने की एक्टिंग करते हुए वापस कर दिया। इसी बीच उसने अंगूठियां पार कर दीं। कथित पुलिसकर्मियों के जाने के बाद पता चला डरी सहमी मां ने पर्स संभाल लिया, उन दोनों के जाने के बाद जब मां ने पर्स खोलकर देखा तो पर्स में कागज और पत्थर मिले। देखते ही मां समझ गई कि उनके साथ ठगी हो गई, लेकिन ठग तो फरार हो चुके थे।
उसके प्रमिता ने इंदिरापुरम थाने जाकर पुलिस को तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज कराया। एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि महिला की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं कि ठगों की पहचान हो सके।