कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता अग्निमित्रा पॉल ने बांग्लादेश में गिरफ्तार चिन्मय कृष्णदास को वहां हिंदुओं की क्रांति का प्रतीक बताया है। पॉल ने चिन्मय कृष्णदास की रिहाई की मांग की है। अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि आज उनके लिए कोई वकील खड़ा नहीं है। जो भी वकील खड़ा होना चाहता है, उसे पीटा गया, उसकी हालत बेहद गंभीर है। अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि बांग्लादेश के कार्यवाहक प्रशासक मोहम्मद यूनुस को नोबेल शांति पुरस्कार मिला है, लेकिन वह अशांति फैलाने का काम कर रहे हैं। उनकी एक ही इच्छा है कि बांग्लादेश में हिंदुओं की जो भी संख्या है, उसे शून्य प्रतिशत पर ले आओ। पॉल ने कहा, बांग्लादेश में हिंदू भाई-बहनों पर चरमपंथियों द्वारा किए जा रहे अत्याचार तुरंत बंद हों और चिन्मय कृष्ण दास जी को जल्द जमानत मिले।
उन्होंने कहा कि बंगाल में वक्फ बिल के खिलाफ प्रस्ताव दिया जा रहा है, बंगाल के मुसलमानों का केवल तुष्टिकरण किया गया। बंगाल के मुसलमानों के लिए या उनके समुदाय के विकास के लिए कोई काम हो या न हो, यह सरकार उन पर राजनीति जरूर करेगी, जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं। उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में तख्तापलट की कोशिश के दौरान जारी हिंसा में हिंदू समुदाय के कई लोग चपेट में आए हैं। इसके खिलाफ प्रदर्शन करने को लेकर इस्कॉन के चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया है।