मुंबई। सर्दियों के मौसम में एसिडिटी हो या जुकाम यह आम सी बात होती है। ऐसे में सूखी अदरक या ‘सोंठ’ का इस्तेमाल जुकाम से एसिडिटी तक काफी फायदेमंद होता है। सोंठ भारतीय रसोई और आयुर्वेदिक चिकित्सा का एक अहम हिस्सा है। सोंठ का इस्तेमाल ना केवल मसालों के रूप में होता है बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। पंजाब स्थित बाबे के आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के बीएएमएस, एमडी डॉक्टर प्रमोद आनंद तिवारी ने सोंठ के औषधीय खूबियां बताईं।
मुज़फ्फरनगर के बीएसए से शिक्षक परेशान, बिना वसूली नहीं होते कोई काम, शिक्षकों ने दफ्तर में दिया धरना
उन्होंने कहा, “सोंठ अपने गर्म तासीर और औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है। आयुर्वेद में इसे पाचन सुधारने, खांसी और जुकाम को ठीक करने और शरीर से विषाक्त पदार्थ निकालने के लिए उपयोगी माना जाता है। उन्होंने बताया, ” सूखी अदरक में पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण इसे कई बीमारियों से लड़ने में मददगार बनाते हैं। सर्दियों में सोंठ का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। यह शरीर को ठंड जनित रोगों से दूर रखता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है।
इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए आप सर्दियों में नियमित रूप से सोंठ को गर्म दूध में मिलाकर पी सकते हैं। इसे पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।” डॉक्टर प्रमोद आनंद तिवारी ने आगे बताया, “सर्दियों में अक्सर जोड़ों और हड्डियों के दर्द की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में आप इस दर्द से राहत पाने के लिए दूध में सोंठ मिलाकर उसे पीते हैं तो दर्द में राहत मिलता है। सोंठ वाला दूध शरीर में कैल्शियम और विटामिन-डी की कमी को दूर करने में भी मददगार होता है।
मथुरा आर्मी कैंटीन से पौने 2 करोड़ की धाेखाधड़ी करने वाला मुख्य आरोपी गिरफ़्तार
बता दें, सोंठ का उपयोग हर्बल चाय और आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण में बड़े पैमाने पर होता है। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार भारत से सोंठ का निर्यात लगातार बढ़ रहा है, खासकर अमेरिका समेत यूरोप के देशों में इसका निर्यात बढ़ता जा रहा है।