Thursday, December 26, 2024

शामली में पुलिस के हत्थे चढ़े फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले गिरोह के तीन लोग

शामली। अगर आप भी केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजना आयुष्मान योजना का कार्ड बनवाना चाहते है तो ये खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। क्युकी अस्पतालों के आसपास आजकल जालसाज घूम रहे है जो लोगों से हजारों रुपए की ठगी कर उन्हें एक फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाकर थमा देते है जो किसी भी काम का नही है।

 

 

मुज़फ्फरनगर के बीएसए से शिक्षक परेशान, बिना वसूली नहीं होते कोई काम, शिक्षकों ने दफ्तर में दिया धरना

 

जनपद शामली की साइबर थाना पुलिस और एसओजी टीम ने एक ऐसे ही फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। जहा पुलिस ने फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले गिरोह के तीन शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से सैकड़ो फर्जी आयुष्मान कार्ड ,एक कार,एक बाइक सहित फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले कई उपकरण बरामद किए है। पुलिस के मुताबिक ये जालसाज अस्पतालो के आसपास घूमकर सीधे साधे लोगों को अपना शिकार बनाते थे।

 

 

मुज़फ्फरनगर में शत्रु सम्पत्ति हड़पने के मामले में नगरपालिका का बाबू सस्पेंड, भूमाफिया और बाकी चर्चित बने पाक-साफ

 

आपको बता दें कि शामली के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा पुलिस से जनपद में फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाए जाने को लेकर शिकायत की गई थी। जिसमें स्वास्थ विभाग के अधिकारी की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से उक्त मामले के संबंध में मुकदमा पंजीकृत करवाकर फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले गिरोह की गिरफ्तारी हेतु साइबर थाना पुलिस और एसओजी टीम गठित की थी। जहा फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले गिरोह के तीन लोग साइबर थाना पुलिस और एसओजी टीम के द्वारा बिछाए गए जाल में फस गए। जहा पुलिस ने तीनों शातिर जालसाजों के पास से करीब 150 फर्जी आयुष्मान कार्ड,5 मोबाइल,1 कार,एक बाइक ,लैपटॉप प्रिंटर आदि सामान बरामद किया है।

 

मुज़फ्फरनगर में निर्माणाधीन पुलिया बनी हादसों का कारण, पेड़ से जा टकराई कार, एक की मौत, दो गंभीर

 

 

पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों के नाम मुबीन निवासी गांव औदरी थाना झिंझाना जनपद शामली,अतुल चौहान निवासी देहरादून व राकेश कुमार पांडे निवासी ऋषिकेश है। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ के दौरान पकड़े गए जालसाजों ने बताया है की वे अस्पतालो के बाहर घूमकर ऐसे लोगो की तलाश करते है जो बीमार तो होते थे परंतु आर्थिक तौर पर इलाज करवाने में सक्षम नही होते थे।

 

 

 

 

जिन्हे विश्वास में लेकर उनके दस्तवाजे लेकर उनसे मिलते जुलते नामो वाले आयुष्म्न कार्ड धारक जिनकी केवाईसी नही हुई है उनके आयुष्मान कार्डो में एडिटिंग कर लोगो को फर्जी आयुष्मान कार्ड बनवाकर उनसे रुपए ऐठ लिए जाते थे और उन्हें फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाकर दे दिया जाता था। जो किसी भी काम का नही होता है। कई बार जालसाजों का शिकार हुए लोग फर्जी आयुष्मान कार्ड लेकर ईलाज के लिए अस्पताल पहुंचे तो उनसे इलाज नहीं हो पा रहा था। जिसकी चलते लोग उनकी शिकायत करने लगे।पुलिस ने तीनों जालसाजों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,303FansLike
5,477FollowersFollow
135,704SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय