मुंबई। मुंबई समेत पूरे देश भर में क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से बनाया जा रहा है। बुधवार को क्रिसमस के मौके पर मुंबई के सबसे प्रतिष्ठित चर्चों में से एक बांद्रा के माउंट मैरी चर्च से बहुत आकर्षक ढंग से सजाया गया। अरब सागर के निकट पहाड़ी की चोटी पर स्थित, यह चर्च शहर के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित चर्चों में से एक है। क्रिसमस के मौके पर पर यहां हर धर्म व संप्रदाय के लोग आते हैं और खुशियां मनाते हैं। बुधवार को यहां आए कुछ लोगों से आईएएनएस ने बातचीत की। उन्होंने अपनी भावनाएं और खुशियां व्यक्त की। मूल रूप से लखनऊ के निवासी और 13 साल से मुंबई में रह रहे विश्वदीप ने कहा कि यह खुशियाें का त्यौहार है।
इस दिन यहां आकर हम लोगों को बड़ी प्रसन्नता होती है। यहां चारों तरफ हर्ष और उल्लास का वातावरण होता है, लोग एक-दूसरे से खुशियां बांटते हैं और शुभकामनाएं देते हैं। यहां आकर के सभी प्रकार का भेदभाव मिट जाता है, लोग एक होकर खुशियां मनाते हैं। विश्वदीप ने कहा कि वह हर साल क्रिसमम के मौके पर यहां आते हैं। यहा आईं लखनऊ की ही मूल निवासी प्रियंका ने बताया कि क्रिसमस दिवाली की तरह का पर्व है। दिवाली की ही तरह चर्च और लोगों के घरों में लाइटिंंग की जाती है। लोग खुलकर अपनी खुशियाें को व्यक्त करते हैं और एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं। प्रियंका ने कहा कि मैं हर साल यहां आती हूं। यहां आकर मन प्रसन्न हो जाता है। इसलिए सभी को यहां आना चाहिए और खुशी बांटनी चाहिए। इस मौके पर यहां आईं वीना शरण ने कहा कि उनकी यहां के प्रति आस्था है, इसलिए वह हर साल यहां आती हैं। इस पर्व के साथ न्यू ईयर का भी आगाज हो जाता है।
आज से शुरू हुआ हर्षोल्लास का वातावरण एक सप्ताह तक चलता रहता है। इसलिए लोगों को इस पर्व का इंतजार रहता है। लोग साल भर इसका इंतजार करता रहते हैंं और यहां आकर खुशी मनाते हैं। एक अन्य शख्स संजय शरण ने कहा कि इस पर्व पर पूरी दुनिया एक हो जाती है। हर धर्म व संप्रदाय के लोग बिना किसी भेदभाव के इस पर्व को मनाते हैं। उन्होंने ईसाई धर्म की सराहना करते हुए कहा कि यह धर्म लोगों को सहिष्णुता सिखाता है। इसके कारण भी पूरी दुनिया में यह पर्व मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि इसके अनुयायियों का देश दुनिया के विकास में अहम योगदान है। मानवता को आगे बढ़ाने में भी इनकी प्रमुख भूमिका ही है। इस मौके पर यहां आकर मन हर्षोल्लास से भर जाता है।