आगरा। मुश्किल और लंबी यात्रा करने वाले लोगों के लिए बड़ी राहत की खबर है। खंदौली से अलीगढ़ के बीच यात्रा अब न केवल आसान बल्कि तेज भी होगी। 1620 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला 65 किमी लंबा चार लेन का खंदौली-अलीगढ़ एक्सप्रेसवे जल्द ही यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा। इसका निर्माण कार्य जून 2025 से शुरू होगा और इसे दो साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
यह एक्सप्रेसवे 65 किमी लंबा होगा और भविष्य में इसे छह लेन तक विस्तारित किया जा सकेगा। इस परियोजना के लिए फरीदाबाद की केआरसी कंपनी और गाजियाबाद की जेएसपी प्रोजेक्ट प्रा. लि. को टेंडर मिल चुका है। परियोजना के लिए 390 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है।
अलीगढ़ से असरोई, हाथरस तक (28 किमी) का निर्माण केआरसी कंपनी करेगी। यह हिस्सा 800 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा। मई 2025 से मिट्टी के नमूने लेने का काम शुरू होगा और जून 2025 से निर्माण कार्य शुरू होगा।असरोई से खंदौली (37 किमी) का निर्माण जेएसपी प्रोजेक्ट प्रा. लि. करेगी। यह हिस्सा 820 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा। जून 2025 से इस हिस्से का निर्माण भी शुरू हो जाएगा।
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इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद खंदौली से अलीगढ़ का सफर महज एक घंटे में पूरा किया जा सकेगा। अलीगढ़ और हाथरस के निवासियों को जेवर एयरपोर्ट तक एक वैकल्पिक और तेज मार्ग मिलेगा। यह एक्सप्रेसवे अलीगढ़ डिफेंस कॉरिडोर को खंदौली यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा। इसके दोनों तरफ औद्योगिक और शहरी विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
अनुबंध और समय-सीमा:
- मई 2025: मिट्टी के नमूने लेने का काम शुरू।
- जून 2025: दोनों कंपनियां एक साथ निर्माण कार्य शुरू करेंगी।
- 2027 तक: एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा।
प्रभाव क्षेत्र:
- पहले चरण का मार्ग: अलीगढ़ से असरोई, हाथरस तक।
- दूसरे चरण का मार्ग: असरोई से खंदौली तक।
- कुल लंबाई: 65 किमी।