वाराणसी। वाराणसी में मौसम के अचानक करवट लेने से लोगों को कड़ाके की ठंड का एक बार फिर एहसास होने लगा है। पिछले दिन निकली धूप के बाद रविवार को वहां हल्की बूंदाबांदी हुई, इसने लोगों को ठिठुरने को मजबूर कर दिया है। वाराणसी में बारिश व तेज हवाओं के चलने से वहां पर गलन बढ़ गई है। ठंड ने लोगों को घरों में रहने को मजबूर कर दिया है। लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जहां पिछले दिनों धूप निकल रही थी और लोगों को ठंड से राहत मिल रही थी, वहीं उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी से दिल्ली एनसीआर, उत्तर प्रदेश, बिहार में एक बार फिर ठंड की वापसी करा दी है।
शीतलहर ने लोगों को घर में कैद रहने को मजबूर कर दिया है। लोग जगह-जगह अलाव जलाकर हाथ सेकते नजर आ रहे हैं। वाराणसी के रहने वाले कौशलेंद्र ने आईएएनएस को बताया, “पिछले कई दिनों से यहां पर ठंड का प्रकोप ज्यादा था, लेकिन शनिवार को धूप निकली थी, जिससे लोगों को ठंड से राहत मिली थी। लेकिन रविवार को फिर मौसम का मिजाज बिगड़ा और हल्की बूंदाबांदी ने गलन बढ़ा दी है। बारिश अधिक होने से फसलों को नुकसान पहुंच सकता है।
“एक अन्य राहगीर नितेश मिश्रा ने बताया, “पहले मौसम ठीक था, ज्यादा ठंड नहीं लग रही थी। बीच में लोगों को गर्मी का एहसास होने लगा था, आज बारिश होने से फिर ठंड बढ़ गई है।” बता दें कि जनवरी के पहले सप्ताह में भी गलन ने लोगों को हाल बेहाल कर दिया था। खासतौर पर एक से चार जनवरी के बीच लोगों को शीतलहर से जूझना पड़ा था। जरा सी धूप से लोगों को हांड़ कंपाने वाली ठंड से राहत मिली, लेकिन एक बार फिर यहां पर लोगों को ठिठुरने पर मजबूर होना पड़ा।