सुकमा। सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्रान्तर्गत 07 नक्सलियों को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली। गिरफ्तार सभी नक्सली वर्ष 2024 में दुलेड़ के पास पिकअप वाहन के सामान को लूटपाट कर वाहन में आग लगा कर क्षति पहुंचाने की घटना में शामिल रहे थे। नक्सलियों को गिरफ्तार करने में चिंतागुफा थाना पुलिस बल एवं कोबरा 203 वाहिनी की संयुक्त कार्रवाई शामिल थी।
एसपी किरण चव्हाण ने आज बुधवार को जानकारी दी है कि नक्सल उन्मूलन अभियान तहत नक्सली उपस्थित की सूचना पर 13 जनवरी को चिंतागुफा थाना से जिला बल एवं कैम्प मेटागुड़ा से 203 कोबरा वाहिनी की संयुक्त पार्टी नक्सल विरोधी अभियान हेतु दुलेड़, मेटागुड़ा एवं एर्रनपपल्ली व आस-पास जंगल क्षेत्र की ओर रवाना हुए थे । अभियान के दौरान कर ग्राम दुलेड़ के जंगल पहाड़ क्षेत्र में कुछ संदिग्ध व्यक्तियों द्वारा पुलिस पार्टी को देखकर छिपने लगे।
पुलिस द्वारा घेराबंदी कर सात व्यक्तियों को पकड़ा गया। पकड़े गये आरोपितों से पूछताछ करने पर अपना सोड़ी हिड़मा पिता स्व. हड़मा (कृषि कमेटी सदस्य पीनाचंदा) 55 वर्ष निवासी पीनाचंदा थाना पामेड़ जिला बीजापुर, माड़वी चंदू पिता स्व. हड़मा (एर्रनपपल्ली आरपीसी डीकेएमएस सदस्य) 48 वर्ष निवासी पीनाचंदा थाना पामेड़ जिला बीजापुर, मड़कम भीमा पिता स्व. आयतू (एर्रनपपल्ली आरपीसी डीकेएमएस सदस्य) 50 वर्ष, निवासी पीनाचंदा थाना पामेड़ जिला बीजापुरबताया।अन्य पकड़े गए आरोपितों में सोड़ी सोमड़ा उर्फ सोमनाथ पिता स्व. पोज्जा (एर्रनपपल्ली आरपीसी डीकेएमएस सदस्य) 26 वर्ष निवासी पीनाचंदा थाना पामेड़ जिला बीजापुर, सोड़ी बुधराम पिता स्व. भैस्कू (एर्रनपपल्ली आरपीसी डीकेएमएस सदस्य) 55 वर्ष निवासी पीनाचंदा थाना पामेड़ जिला बीजापुर, सोड़ी कोसा पिता स्व. सोड़ी पोज्जा (एर्रनपपल्ली आरपीसी डीकेएमएस सदस्य) 34 वर्ष निवासी पीनाचंदा थाना पामेड़ जिला बीजापुर, मड़कम हिड़मा पिता मड़कम मासा (एर्रनपपल्ली आरपीसी डीकेएमएस सदस्य) 22 वर्ष निवासी पीनाचंदा थाना पामेड़ जिला बीजापुर शामिल हैं। सभी ने नक्सल संगठन में उक्त पदों पर कार्य करना बताया ।
आरोपितों से कड़ाई से पूछताछ करने पर वर्ष 2024 में कैम्प दुलेड़ के लिये जा रहे पिकअप वाहन से ले जा रहे सामान को लूटपाट कर वाहन को आगजनी कर क्षति पहुंचाने की घटना में अन्य नक्सलियों के साथ रहना स्वीकार किया गया। घटना के संबंध में थाना चिंतागुफा में अपराध पंजीबद्ध है। पकडे़ गये नक्सली घटना कारित करने के पश्चात विगत एक वर्ष से फरार चल रहे थे। उक्त नक्सली आरोपितों को 14 जनवरी को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।