नई दिल्ली। केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि सौर ऊर्जा से चलने वाली कौशल वैन वंचित समुदायों को सशक्त बनाएंगी। सोलर कम्युनिटी हब मोबाइल वैन प्रशिक्षण इकाइयों को हरी झंडी दिखाने के बाद उन्होंने संबोधन में यह बात कही।
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जयंत चौधरी ने कहा कि यह परिवर्तनकारी पहल राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी), लर्निंग लिंक्स फाउंडेशन, डेल टेक्नोलॉजीज और स्थानीय हितधारकों के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास है। चौधरी ने कहा, “सौर ऊर्जा से चलने वाली ये मोबाइल प्रशिक्षण इकाइयां शिक्षा और अवसरों को सीधे वंचित समुदायों के दरवाजे तक पहुंचाकर उन्हें सशक्त बनाने के लिए अभिनव दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करती हैं।”
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चौधरी ने क्यूएस वर्ल्ड फ्यूचर स्किल्स इंडेक्स 2025 रैंकिंग में भारत को दूसरा स्थान मिलने पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि यह उपलब्धि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ग्रीन टेक्नोलॉजी जैसे परिवर्तनकारी क्षेत्रों में हमारे देश की नेतृत्व क्षमता को दर्शाती करती है।
इस कार्यक्रम में कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के सचिव अतुल कुमार तिवारी तथा एनएसडीसी के सीईओ एवं एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी वेद मणि तिवारी भी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि सोलर कम्युनिटी हब सौर ऊर्जा से चलने वाली अत्याधुनिक मोबाइल प्रशिक्षण इकाइयां हैं, जिन्हें वंचित समुदायों को प्रभावशाली कौशल प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह कार्यक्रम सोलर कम्युनिटी हब की राष्ट्रव्यापी तैनाती की शुरुआत का प्रतीक है, जिसमें सिक्किम, आंध्र प्रदेश, झारखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र के जिलों में संचालित होने वाली सात वैन शामिल हैं। वित्त वर्ष 2025 में इस कार्यक्रम का विस्तार सात नए जिलों तक किया जाएगा। इससे समुदाय के युवाओं, छात्रों, महिलाओं तथा बुजुर्गों सहित अतिरिक्त 58 लाख लोगों के लाभान्वित होने की उम्मीद है।