जलालाबाद: कस्बे के गांधी चौक स्थित गीता भवन में माघ मास की कथा के दौरान कथावाचक अवनीश आहूजा ने श्रद्धालुओं को बताया कि हिन्दू धर्मशास्त्रों में माघ माह का विशेष महत्व है। माघ स्नान की महिमा अपूर्व मानी जाती है। मान्यतानुसार, जो लोग इस माह में पवित्र नदी में स्नान करते हैं और तीर्थ स्थानों पर यात्रा करते हैं, उनके लिए यह माह अत्यंत लाभकारी होता है।
माघ मास में नदी, तट, तीर्थस्थल या पवित्र घाटों पर स्नान करने और उपवास तथा दान करने से अनंत पुण्य प्राप्त होता है। साथ ही इस अवधि में भगवान माधव की पूजा करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। ब्रह्मवैवर्तपुराण की कथा पढ़ने-सुनने और माघ महात्म्य का अध्ययन करने का भी विशेष महत्व है।
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कथावाचक अवनीश आहूजा ने बताया कि संगम पर कल्पवास करने से शरीर और आत्मा दोनों ही पवित्र हो जाते हैं। इस महीने में तपस्वियों को तिल का दान करने से नरक के दर्शन नहीं होते। माघ अमावस्या पर प्रयाग राज में स्नान करने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और स्वर्ग प्राप्ति होती है। माघ पूर्णिमा पर ब्रह्मवैवर्तपुराण का दान करने से ब्रह्मलोक की प्राप्ति होती है।
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उन्होंने ब्राह्मण शुभव्रत की कथा का उदाहरण दिया, जिन्होंने माघ मास में स्नान करके पश्चाताप किया और स्वर्ग की प्राप्ति हुई। इस तरह माघ मास में स्नान और कथा सुनने से पुण्यफल की प्राप्ति होती है।
इस अवसर पर राजेंद्र भगत, महेश नायक, बाबूराम नायक, श्यामसुंदर नारंग, प्रमोद मित्तल, राजेंद्र प्रसाद, रवी शर्मा, राजकुमार रुहेला, रविंद्र शर्मा सहित कई महिलाएं भी मौजूद रहीं।