जम्मू। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुई आतंकी घटना पर जेकेएनसी के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हमें इस घटना को लेकर बहुत ही ज्यादा अफसोस है। लेकिन, हमारा पड़ोसी आज भी यह नहीं समझता है कि उसने इंसानियत का कत्ल किया है। सोमवार को मीडिया से बातचीत के दौरान फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अगर पाकिस्तान यह समझता है कि इस तरह की आतंकी घटना से हम लोग पाकिस्तान चले जाएंगे तो पाकिस्तान को इस गलतफहमी को दूर करना चाहिए। हम जब 1947 में उनके साथ नहीं गए तो आज क्यों जाएंगे।
मुज़फ्फरनगर के रोहाना में किसान से लूट में शामिल 2 बदमाश गिरफ्तार, लूट के रुपये भी बरामद
हमने तब टू नेशन थ्योरी को पानी में फेंक दिया था। हम आज भी टू नेशन थ्योरी को मानने के लिए तैयार नहीं हैं। भारत में रहने वाले हिन्दू, सिख, ईसाई, मुसलमान हम सभी एक हैं। पाकिस्तान अगर यह सोचता है कि हम इस आतंकी घटना के बाद कमजोर हो जाएंगे तो वह गलत हैं। हम किसी भी कीमत पर कमजोर नहीं होने वाले हैं। हम इससे मजबूत हो रहे हैं। पाकिस्तान को अच्छा जवाब दिया जाएगा।
बागपत की पूर्वी यमुना नहर में ट्रैक्टर पलटने से किसान की मौत, चालक घायल
पाकिस्तान के साथ बातचीत पर उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा बातचीत का समर्थन किया है। लेकिन, जो आतंकी घटना पहलगाम में हुई। 26 निर्दोष लोगों को उनके परिजनों के सामने मौत के घाट उतार दिया गया। हम पीड़ितों को क्या जवाब देंगे कि हम पाकिस्तान के साथ बात करेंगे। क्या ऐसा करना पीड़ितों के लिए इंसाफ होगा। आज भारत चाहता है ऐसी कार्रवाई हो, जिससे दोबारा ऐसी कोई चीज न हो। आतंकी हमले के दौरान टूरिस्टों की मदद करने वाले लोगों के बारे में फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हम लोगों ने हमेशा भाईचारे को पकड़ा है। आज भी उसका उदाहरण आप लोगों के सामने आ गया है।