नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत के सैन्य हमले के डर को कबूल करते हुए कहा है कि भारत की तरफ से हमला निश्चित है और यह बहुत निकट है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, आसिफ ने सोमवार को इस खतरे को लेकर पाकिस्तान की तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा, “हमने अपने सुरक्षाबलों को मजबूत करना शुरू कर दिया है, क्योंकि भारत का हमला तय है। इन हालात में कुछ कूटनीतिक फैसले लेने होंगे और यह फैसले लिए जा रहे हैं।”
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आसिफ ने यह भी बताया कि पाकिस्तान की सेना ने भारत की तरफ से किसी भी संभावित आक्रमण के बारे में सरकार को सूचित किया है, लेकिन इस पर अधिक जानकारी देने से बचते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान फिलहाल हाई अलर्ट पर है। उन्होंने कहा, “अगर हमारे अस्तित्व पर खतरा पैदा होता है, तो ही हम अपने परमाणु हथियारों के जखीरे का इस्तेमाल करेंगे।”
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यह बयान ऐसे समय में आया है जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। इस हमले में पाकिस्तान के आतंकवादियों के शामिल होने का शक जताया गया है, और भारत ने चार आतंकवादियों में से दो के पाकिस्तानी होने का खुलासा किया है। इस घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक के बाद एक कड़ी कार्रवाई की है, जिसमें सिंधु जल समझौते को तोड़ने के बाद अब पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल्स से संबंधित सामग्री को भी बैन करने का फैसला लिया है।
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इसके अलावा, ख्वाजा आसिफ इससे पहले अपने एक बयान में यह स्वीकार कर चुके हैं कि पाकिस्तान सरकार पिछले तीन दशकों से आतंकी संगठनों को समर्थन और प्रशिक्षण देती रही है। रूस की सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती को दिए गए एक हालिया साक्षात्कार में उन्होंने पहलगाम हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच में चीन और रूस की भागीदारी की बात की। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि रूस, चीन या यहां तक कि पश्चिमी देश इस संकट में सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं। वे एक अंतरराष्ट्रीय जांच दल भी गठित कर सकते हैं, जो यह जांचे कि भारत झूठ बोल रहा है या सच।”
इस पूरे घटनाक्रम के बीच पाकिस्तान की तरफ से सुरक्षा तैयारियों और परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की चेतावनी ने एक नई चिंता को जन्म दिया है, जबकि भारत ने पाकिस्तान से एकतरफा कार्रवाई करना शुरू कर दिया है।