Saturday, May 18, 2024

नोएडा में तहसीलदार व दरोगा ने कारोबारी से मांगी एक करोड़ की रंगदारी, बीजेपी अध्यक्ष को दी थी पहले धमकी !

मुज़फ्फर नगर लोकसभा सीट से आप किसे सांसद चुनना चाहते हैं |
नोएडा। सेक्टर-33 स्थित तहसीलदार,उनकी पत्नी और एक सब इंस्पेक्टर समेत अन्य लोगों पर एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए एक कारोबारी ने सेक्टर-113 थाने में केस दर्ज कराया है। आरोप है कि आरोपियों ने शिकायतकर्ता के बच्चे को अगवा करने का प्रयास किया और बहन और पिता को जान से मारने की धमकी दी। पार्टनरशिप खत्म करने की बात कहते हुए कारोबारी से एक करोड़ की रंगदारी मांगी गई। दावा है कि घटना की फुटेज भी शिकायतकर्ता के पास है। आरोपी नायब तहसीलदार पहले भी आरोपों के घेरे में आ चुके है ,पिछले साल उन्होंने बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष को भी धमकाया था जिसके बाद उन्हें तहसील से हटा दिया गया था।
थाना सेक्टर 113 के प्रभारी निरीक्षक सर्वेश सिंह ने बताया कि शिकायत में सेक्टर-75 स्थित मैक्स विलिस ग्रांड किंसिटन सोसाइटी निवासी श्रीराम अग्रवाल ने आरोप लगाए है कि वह कारोबारी हैं। 2020-21 में कोरोना के समय उनकी मुलाकात नायब तहसीलदार सचिन पवार, सब इंस्पेक्टर रोबिन पवार से हुई। जल्द ही तीनों एक दूसरे के घर आने और जाने लगे।  इस दौरान नायब तहसीलदार और सब इंस्पेक्टर ने उन्हें अपने परिवार के कुछ लोगों के पैसे व्यापार में निवेश कराने के लिए कहा।
इसके लिए तहसीलदार और सब इंस्पेक्टर ने व्यापारी श्रीराम अग्रवाल को 32 लाख रुपये रिश्तेदारों के खाते से ट्रांसफर करा दिए। व्यापार में लगे पैसों के बदले में व्यापारी ने एक ब्लैंक चेक तहसीलदार की पत्नी गरिमा चौधरी के नाम दे दिया। मामले में 50-50 प्रतिशत की साझेदारी तय हुई थी। व्यापारी ने तहसीलदार के कहे अनुसार मुनाफे की कुछ रकम पत्नी गरिमा के खाते में भी ट्रांसफर कर दी। इसके बाद इन लोगों ने मिलकर सेक्टर-65 में मार्च 2023 में शिक्षाकुल क्लासेस के नाम से एक कंपनी शुरु की।
व्यापारी का दावा है कि इस कारोबार में उन्होंने करीब 30 लाख रुपये लगाया और तहसीलदार, उनकी पत्नी व सब इंस्पेक्टर ने नाम मात्र का निवेश किया। जुलाई 2023 में जब कंपनी का विस्तार करने को लेकर  समझौतानामा ठीक से पढ़ा तो उसमें व्यापारी को महज 15 प्रतिशत का भागीदार बनाया गया। बाकी 85 प्रतिशत का भागीदार तहसीलदार ने अपनी पत्नी गरिमा चौधरी को बनाया है। कारोबारी ने जब इसका विरोध किया तो सचिन और रोबिन ने करीब पांच लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। बाकी के पैसे मांगने पर कारोबारी को धमकी दी जाने लगी और रंगदारी मांगी गई।
आरोपी तहसीलदार पहले भी विवादों में आ चुके है। नायब तहसीलदार सचिन पवार पर  भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष को धमकाने और बदतमीजी से बात करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में सचिन पवार युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष को धमकी देते हुए कह रहे थे कि “घुसेड़ दूंगा नेतागिरी” इसका वीडियो काफी तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिस पर जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने उनके ऊपर कठोर कार्रवाई करते हुए तहसीलदार से हटाकर जिलाधिकारी कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया था।

Related Articles

STAY CONNECTED

74,188FansLike
5,319FollowersFollow
50,181SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय