मुंबई। शिवसेना नेता संजय निरुपम ने अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले और उससे संबंधित घटनाओं पर कई गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने हमले की सत्यता और पुलिस की जांच प्रक्रिया को संदिग्ध बताते हुए अस्पताल में सैफ की तेजी से हुई रिकवरी पर भी हैरानी जताई।
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संजय निरुपम ने कहा, “सैफ अली खान को ढाई इंच का चाकू मारा गया था और उनकी सर्जरी हुई। लेकिन सिर्फ चार दिनों में वे अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर लौट आए। उनकी हालत देखकर ऐसा लगा जैसे कुछ हुआ ही नहीं। क्या इतनी जल्दी रिकवरी संभव है?”
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उन्होंने अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज की अनुपस्थिति पर भी सवाल उठाते हुए कहा, “अस्पताल दावा करता है कि सैफ खून से लथपथ हालत में पहुंचे थे, लेकिन उसका कोई सीसीटीवी फुटेज क्यों नहीं है? क्या कोई बच्चा अपने घायल पिता को ऐसी हालत में अस्पताल ले जा सकता है, जब घर में आठ कर्मचारी मौजूद हों?”
संजय निरुपम ने पुलिस की कार्रवाई को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने तीन दिनों में तीन अलग-अलग आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिससे जांच प्रक्रिया पर शक होता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि, “पुलिस ने दावा किया कि आरोपी बांग्लादेशी है और अवैध रूप से भारत में दाखिल हुआ था। लेकिन यह जांच कितनी सटीक और पारदर्शी है, यह सवाल बना हुआ है।”
इस घटना के बाद मुंबई की सुरक्षा व्यवस्था पर भी विपक्षी नेताओं ने सवाल खड़े किए। हालांकि, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि एक घटना से पूरे मुंबई या महाराष्ट्र को असुरक्षित करार देना उचित नहीं है।
16 जनवरी को सैफ अली खान पर उनके बांद्रा स्थित घर में एक व्यक्ति ने चाकू से हमला किया था। इस हमले में सैफ घायल हो गए थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आरोपी मोहम्मद शरीफुल शहजाद, जो कथित रूप से बांग्लादेशी नागरिक है, को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
इस मामले ने मुंबई की कानून व्यवस्था और हमले से जुड़ी जांच प्रक्रिया को लेकर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं, जिन्हें अब स्पष्टता से सुलझाने की मांग की जा रही है।