नई दिल्ली। सैम पित्रोदा के संपत्ति हस्तांतरण के मुद्दे वाले बयान से कांग्रेस ने खुद को अलग कर लिया है। पार्टी की नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि ये कांग्रेस की विचारधारा नहीं है। इससे हमारा कोई लेना-देना नहीं है। अलबत्ता, कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आज यहां पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि कांग्रेस देश में अमीर गरीब की खाई पाटना चाहती है । इसके लिए किसी अमीर को गरीब बनाना जरूरी नहीं है लेकिन गरीब को अमीर बनाना जरूरी है।
सुप्रिया श्रीनेत यह भी कहा कि आर्थिक और सामाजिक गणना के साथ कांग्रेस जातिगत जनगणना भी कराएगी। यह उनके मेनिफेस्टो में भी है। उन्होंने कहा कि गरीबों की बात करना गलत नहीं है । वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के इस मेनिफेस्टो से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) व प्रधानमंत्री को समस्या है। वे झूठ और दुष्प्रचार का सहारा ले रहे हैं।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि चुनाव आया तो हमें लगा कि बड़े-बड़े मुद्दों पर बातें होंगी, भयावह बेरोजगारी और महंगाई पर चर्चा होगी लेकिन सारे मु्द्दे धरे रह गए। प्रधानमंत्री ने वही ध्रुवीकरण, विभाजन, डर और संशय की स्क्रिप्ट उठाई जो वे 2002 से पढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री को अपनी सरकार और पार्टी के ऊपर इतना भरोसा नहीं रहा कि मुद्दों पर बात कर चुनाव लड़ सकें। इन 10 वर्षों में प्रधानमंत्री ने महंगाई और गरीबी छिपाने के लिए पर्दा डालने का काम किया।