नयी दिल्ली- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि सड़क, रेल और बंदरगाहों के ढांचागत विकास के साथ ही भारत डिजिटल सार्वजनिक व्यवस्था में भी अपनी वैश्विक पहचान बना रहा है और इसमें ऐसा मजबूत आधार विकसित किया जा रहा है जो भविष्य में विकास का संबल बनेगा।
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श्रीमती मुर्मु ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि भारत ने रेल, सड़क और बंदरगाह जैसे आधारभूत ढांचे के लिए पिछले 10 साल में जो काम किया है वह भविष्य के विकास का आधार बनेगा और डिजिटल ढांचागत विकास में भारत ने जो काम किया है वह दुनिया की श्रेष्ठ संरचनाओं में से एक है।
उन्होंने कहा,“पिछले एक दशक में सड़कों और रेल मार्गों, बंदरगाहों और मालढुलाई हब्स सहित ढांचागत विकास पर बल दिया गया है। इससे एक ऐसा मजबूत आधार विकसित हो गया है जो आने वाले दशकों में विकास को संबल प्रदान करेगा।”
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राष्ट्रपति ने भारत की डिजिटल ढांचागत सार्वजनिक विकास को विश्व की सर्वश्रेष्ठ संरचनाओं में से एक बताया और कहा,“सरकार ने वित्त के क्षेत्र में जिस तरह से प्रौद्योगिकी का उपयोग किया है वह एक मिसाल है। डिजिटल भुगतान के विभिन्न विकल्पों के साथ-साथ प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण की प्रणाली ने समावेशन को बढ़ावा दिया है जिससे बड़ी संख्या में लोगों को एक औपचारिक व्यवस्था मे शामिल किया जा सका है। इसके करण सिस्टम में अभूतपूर्व पारदर्शिता भी आई है। इस प्रक्रिया में, कुछ वर्षों के दौरान ही हमने एक ऐसा मजबूत डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित कर लिया है जो विश्व की श्रेष्ठतम संरचनाओं में से एक है।”