शामली। उत्तर प्रदेश के शामली जिले में जन सेवा केंद्र संचालकों द्वारा छात्रों के लिए फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने का मामला सामने आया है, जिससे छात्रों का भविष्य अंधकार में पड़ गया है। मंगलवार को दर्जनों छात्र कलेक्ट्रेट पहुंचे और नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय में शिकायती पत्र सौंपा। छात्रों ने दोषी जन सेवा केंद्र संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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छात्रों ने आरोप लगाया कि झिंझाना क्षेत्र के गांव रंगाना स्थित एक जन सेवा केंद्र से उन्होंने विद्यालय में जमा करने के लिए अपने जन्म प्रमाण पत्र बनवाए थे। लेकिन जब इन प्रमाण पत्रों को स्कूल में जमा किया गया, तो स्कूल प्रशासन ने इन्हें फर्जी करार दे दिया।
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जब छात्रों ने जन सेवा केंद्र संचालक से संपर्क किया, तो उसने इन प्रमाण पत्रों को सही कराने का आश्वासन दिया। लेकिन कई दिन बीत जाने के बावजूद प्रमाण पत्र सही नहीं हुए, जिससे छात्रों को स्कूल से एडमिट कार्ड नहीं मिल सका। इससे उनका शैक्षणिक भविष्य खतरे में पड़ गया है।
छात्रों ने बताया कि इस मामले को लेकर उन्होंने पहले तहसील स्तर पर भी शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके चलते उन्होंने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है।
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छात्रों ने जिलाधिकारी से अपील की कि फर्जीवाड़ा कर उनके भविष्य को अंधकार में डालने वाले जन सेवा केंद्र संचालकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि उन्हें उनके असली जन्म प्रमाण पत्र जल्द से जल्द उपलब्ध कराए जाएं।
जिलाधिकारी कार्यालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित विभाग को जांच के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों ने छात्रों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।