मुजफ्फरनगर। अटेवा- पेंशन बचाओ मंच के आह्वान पर मुजफ्फरनगर के सभी विभागों के शिक्षक, कर्मचारियों और अधिकारियों ने एनपीएस के विरोध में अपने अपने कार्य स्थलों पर काली पट्टी बांधकर कार्य किया और नई पेंशन व्यवस्था के प्रति अपना विरोध प्रदर्शित किया।
पेंशन बचाओ मंच अटेवा कई वर्षों से लगातार 1 अप्रैल को काले दिवस के रूप में मनाता आ रहा है। इस वर्ष भी प्रदेश नेतृत्व के आहवान पर पूरे प्रदेश में सभी जिलों में कार्यरत सभी विभागों के शिक्षक, कर्मचारी और अधिकारियों ने एनपीएस के विरोध में 1 अप्रैल को काले दिवस के रुप में मनाया।
जैसा कि सभी को ज्ञात है कि 1 अप्रैल 2005 को पूरे प्रदेश में पुरानी पेंशन व्यवस्था को बंद कर बाजार आधारित नई पेंशन व्यवस्था को लागू कर दिया गया था जोकि शिक्षक, कर्मचारी और अधिकारियों के हित में नहीं है। इस नई पेंशन व्यवस्था का विरोध सभी सरकारी कर्मचारी और शिक्षक लगातार करते आ रहे हैं और सरकार से मांग करते हैं कि इस व्यवस्था को बंद किया जाए और जीपीएफ आधारित पुरानी पेंशन व्यवस्था पुन: लागू की जाए।
नई पेंशन व्यवस्था पूर्ण रूप से बाजार के जोखिमों पर आधारित है इस व्यवस्था के तहत कर्मचारियों के वेतन से 10% वेतन काटा जाता है और सरकार की ओर से 14% हिस्सा उनके एनपीएस अकाउंट में जमा किया जाता है और उसके बाद उस पैसे को शेयर बाजार में लगा दिया जाता है। इस प्रकार न केवल कर्मचारी का पैसा बल्कि सरकार का 14% पैसा भी जोखिम के आधीन हो जाता है और कर्मचारी के रिटायर होने पर उसे कितनी पेंशन मिलेगी।
इसकी भी कोई निश्चितता नहीं होती, इसीलिए कर्मचारी वर्ग नई पेंशन व्यवस्था को लेकर सदैव आशंकित रहा है और सरकार से पुरानी पेंशन व्यवस्था को पुन: लागू करने की मांग सभी कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी लगातार करते आ रहे हैं।