मुजफ्फरनगर। मीरापुर के मोहल्ला मुस्तर्क में स्थित करीब 600 साल पुराना शिव मंदिर वर्षों से वीरान पड़ा है। इस मंदिर का ऐतिहासिक महत्व होने के बावजूद, यह लंबे समय से उपेक्षित था। बताया जाता है कि पहले इस क्षेत्र में ब्राह्मण परिवार निवास करते थे, लेकिन समय के साथ मुस्लिम आबादी बढ़ने लगी। वर्ष 1989 में ब्राह्मण परिवारों ने यहां से पलायन कर लिया, जिसके बाद मंदिर बंद हो गया।
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हाल ही में इस मंदिर की स्थिति को लेकर क्षेत्र के लोगों ने बघरा स्थित यशवीर आश्रम के संस्थापक स्वामी यशवीर महाराज को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह एक प्राचीन शिव मंदिर है, जिसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। मंदिर के पुनर्जागरण को लेकर संत समाज और स्थानीय लोगों के बीच विचार-विमर्श हुआ।
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बैठक में निर्णय लिया गया कि 13 फरवरी को सुबह 10 बजे स्वामी यशवीर महाराज के नेतृत्व में हवन-पूजन का आयोजन किया जाएगा। इस अनुष्ठान के माध्यम से मंदिर को पुनः जागृत किया जाएगा। इस धार्मिक आयोजन में संत समाज के साथ-साथ क्षेत्र के श्रद्धालु भी भाग लेंगे।
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स्थानीय निवासियों ने मंदिर के जीर्णोद्धार और नियमित पूजा-अर्चना की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की है। स्वामी यशवीर महाराज ने आश्वासन दिया कि मंदिर को पुनः धार्मिक गतिविधियों का केंद्र बनाया जाएगा। इस पहल से क्षेत्र में आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ेगी और मंदिर अपनी पुरानी पहचान फिर से प्राप्त करेगा।