गाजा। हमास ने पुष्टि की है कि शनिवार को तीन इजरायली बंधकों को रिहा किया जाएगा। इनके बदले में इजरायल फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा। हमास की सैन्य शाखा अल-क़स्साम ब्रिगेड्स के मुताबिक, तीन बंधकों में 29 साल के रूसी नागरिक अलेक्जेंडर (साशा) ट्रोफानोव, 36 साल के इजरायली-अमेरिकी नागरिक सागुई डेकेल-चेन और 46 साल के इजरायली नागरिक यायर हॉर्न शामिल हैं। इजरायल ने पुष्टि की है कि उसे गाजा पट्टी में हमास की कैद से मुक्त किए जाने वाले बंधकों की सूची मिल गई है। यह सूची कतर और मिस्र के मध्यस्थों के जरिए भेजी गई थी। पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा था कि यह सूची “इजरायल द्वारा स्वीकार्य” है, लेकिन बाद में एक प्रवक्ता ने बताया था कि यह बयान पूरी तरह सही नहीं था और इस मामले पर इजरायल की स्थिति तटस्थ रही।
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प्रवक्ता ने बताया, “यह सिर्फ एक तथ्य है और इस मामले पर इजरायल के रुख को नहीं दर्शाता है।” इसके बदले में इजरायल आज 369 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। इनमें से 333 को गाजा वापस भेजा जाएगा। दस को वेस्ट बैंक में उनके घरों तक भेजा जाएगा और एक को पूर्वी यरुशलम में छोड़ा जाएगा। इसके अलावा, आजीवन कारावास की सजा काट रहे 25 कैदियों को या तो गाजा भेजा जाएगा या फिर मिस्र के रास्ते विदेश भेजा जाएगा। यह तनाव को कम करने और युद्धविराम बनाए रखने के लिए किए जा रहे प्रयासों का हिस्सा है। हालांकि पूरी शांति प्रक्रिया का भविष्य अभी भी अनिश्चित है।
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19 जनवरी को लागू हुए युद्धविराम समझौते के तहत यह इजरायल और हमास के बीच कैदियों के बदले बंधकों के आदान-प्रदान का छठा दौर होगा। यह रिहाई उस समय हो रही है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि अगर शनिवार दोपहर तक गाजा में “सभी बंधकों” को मुक्त नहीं किया गया, तो युद्धविराम रद्द कर दिया जाएगा।” इसके बाद इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू और रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने भी चेतावनी दी कि इजरायल गाजा पर अपना हमला फिर से शुरू कर देगा।