इटावा- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि मुख्यमंत्री लगातार झूठ बोलकर जनता को गुमराह कर रहे हैं और धार्मिक भावनाओं को आहत कर रहे हैं।
सपा मुखिया ने समारोह में शामिल होने के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए कुंभ से जुड़े कई सवाल खड़े किए और भाजपा सरकार पर बड़े घोटाले के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यह दावा कर रहे हैं कि यह महाकुंभ 144 साल बाद हो रहा है, जबकि ऐसा किसी भी शास्त्र में उल्लेखित नहीं है। शास्त्रों के अनुसार, प्रयागराज में कुंभ हर 12 साल में और महाकुंभ हर 144 वर्षों में नहीं, बल्कि हर 12वें कुंभ के बाद यानी 144वें वर्ष में होता है।
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उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर महाकुंभ वास्तव में 144 साल बाद आयोजित किया जा रहा होता, तो सरकार ने बजट सत्र में इसका उल्लेख क्यों नहीं किया? बजट सत्र के दस्तावेजों में साफ लिखा गया है कि कुंभ का आयोजन हर 12 साल में होता है। इसका मतलब है कि सरकार जनता को झूठ परोस रही है।
मुख्यमंत्री यह भी दावा कर रहे हैं कि इस आयोजन से उत्तर प्रदेश को करीब साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये का आर्थिक लाभ हुआ है। यदि यह सच है, तो यह राशि जीएसटी के आंकड़ों में भी दर्ज होनी चाहिए। सरकार को इसका पूरा ब्योरा सार्वजनिक करना चाहिए, ताकि जनता को हकीकत का पता चल सके। सरकार ने प्रयागराज कुंभ के लिए लगभग 15,000 करोड़ रुपये खर्च करने का दावा किया है, लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। कुप्रबंधन और
अव्यवस्था के कारण श्रद्धालु परेशान हो रहे हैं। साफ-सफाई, यातायात, जल प्रबंधन—हर जगह अव्यवस्था और लापरवाही हावी है। इससे स्पष्ट होता है कि इस आयोजन में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने कहा कि जब सही तरीके से जांच होगी, तब असली घोटाले का खुलासा होगा।
अखिलेश ने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि 100 करोड़ लोगों की व्यवस्था कुंभ के लिए की गई है, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। अगर सच में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की व्यवस्था की गई होती, तो फिर लगातार श्रद्धालुओं की अव्यवस्था और परेशानियों की खबरें क्यों आ रही हैं ?
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समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार महाकुंभ के आयोजन में हर मोर्चे पर फेल साबित हुई है। श्रद्धालुओं को प्रयागराज पहुंचने में भारी दिक्कतें हो रही हैं। ट्रेनों और बसों की संख्या अपर्याप्त है। सड़कों की हालत जर्जर बनी हुई है। गंगा की सफाई का दावा करने वाली सरकार संगम में स्वच्छ जल उपलब्ध कराने में विफल रही है। केंद्रीय और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के बीच विवाद सामने आ चुका है। भगदड़ में कई लोगों की मौत हो गई, लेकिन सरकार सही आंकड़े तक बताने में असमर्थ है। मृतकों के परिजनों और घायलों को किसी प्रकार की सहायता नहीं दी गई। श्रद्धालुओं के आवागमन के दौरान कई दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें कई लोगों की जान चली गई। लेकिन भाजपा सरकार ने किसी भी पीड़ित परिवार की मदद नहीं की।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा अपनी सरकार को डबल इंजन कहती है, लेकिन यह वास्तव में डबल ब्लंडर सरकार है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में घोटाला हुआ है, जिसमें बड़े पैमाने पर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है। गंगा सफाई के नाम पर पूरा बजट साफ कर दिया गया। सड़कों के गड्ढे भरने के लिए जो पैसा आया था, वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। भाजपा सरकार ने महाकुंभ को धार्मिक आयोजन की जगह भ्रष्टाचार का अखाड़ा बना दिया है।
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उन्होंने कहा अगर भाजपा वन नेशन, वन इलेक्शन की बात करती है, तो उसे यूपी में एक ही चरण में चुनाव कराकर दिखाना चाहिए और कम से कम अपने मित्र देशों के चुनावी मानकों को अपनाना चाहिए। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार न केवल अयोग्य, बल्कि भ्रष्ट और बेईमान भी है। इस सरकार ने जनता को धोखा दिया है और धर्म का राजनीतिक इस्तेमाल कर रही है।
उन्होंने कहा कि जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी, तब भी कुंभ हुआ था, लेकिन तब व्यवस्थाएं बेहतर थीं और श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि जनता भाजपा सरकार के झूठे वादों और भ्रष्टाचार से तंग आ चुकी है। 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में जनता इस सरकार को सबक सिखाएगी। समाजवादी पार्टी जनता की आवाज़ उठाती रहेगी और भाजपा सरकार की नाकामियों को उजागर करती रहेगी।
इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष अंशुल यादव, पूर्व राज्य मंत्री अशोक यादव, पूर्व ब्लाक प्रमुख बृजेश यादव, प्रदीप आढ़तिया, मुकदम सिंह, राजेंद्र सिंह गौड़, सपा नेता उदयभान सिंह यादव सहित बड़ी संख्या में पार्टी के नेता मौजूद रहे।