Wednesday, February 26, 2025

योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान – ‘कठमुल्लापन की संस्कृति नहीं चलेगी, बच्चों को वैज्ञानिक बनाएंगे’

 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि प्रदेश में अब कट्टरपंथी मानसिकता नहीं चलेगी और सरकार बच्चों को आधुनिक शिक्षा देकर वैज्ञानिक दृष्टिकोण से आगे बढ़ाने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि प्रदेश का हर बच्चा तार्किक सोच के साथ विकसित हो और कट्टरता से दूर रहे।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा कि महाकुम्भ का आयोजन हम सभी के लिए गौरव की बात है। अब तक लगभग 64 करोड़ श्रद्धालुओं ने महाकुम्भ में स्नान किया है। यह आयोजन प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  के ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के विजन को नई गति दे चुका है। आज का नया भारत अपने नागरिकों को बिना भेदभाव के एक स्थान पर एकत्र करने की सामर्थ्य रखता है। इस नए भारत की ताकत का एहसास पूरी दुनिया ने किया है। प्रयागराज महाकुम्भ अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन बना है। पूरी दुनिया उत्तर प्रदेश एवं प्रयागराज पर गौरव की अनुभूति कर रही है।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि विधान परिषद में इस चर्चा में सत्ता पक्ष की ओर से 28 सदस्यों तथा मुख्य विपक्षी दल की ओर से 06 सदस्यों व 06 अन्य सदस्यों ने भी इस चर्चा में भाग लिया है। उन्होंने माननीय सदस्यों को जिन्होंने सदन की गरिमा के अनुरूप इस पूरी चर्चा में भाग लिया उन्हें धन्यवाद देते हुए कहा कि इस चर्चा को गम्भीर बनाते हुए सक्रिय रूप से भाग लेने से सदन का महत्व बढ़ता है।

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मुख्यमंत्री  ने कहा कि लोकतंत्र संवाद से चलता है। यह आवश्यक नहीं कि हम एक दूसरे की बातों से सहमत हों, फिर भी हम किसी को अपनी बात रखने से न रोक सकते हैं, न ही हमको कोई अपनी बात रखने से रोक सकता है। दोनों को एक संवैधानिक अधिकार प्राप्त है। हम अपनी बात को एक संवैधानिक दायरे में मर्यादित तरीके से चर्चा के दौरान रख सकते हैं। मुख्य विपक्षी पार्टी का दोनों सदनों में आचरण किसी भी स्थिति में संवैधानिक एवं लोकतांत्रिक नहीं था। पूरा सदन भी इन बातों से सहमत होगा। सदस्य चर्चा के दौरान मुद्दों पर अपनी सहमति एवं असहमति व्यक्त करते हैं। इसी प्रकार हमें शालीनतापूर्वक राज्यपाल जी का अभिभाषण सुनना चाहिए था। महानुभाव के प्रति अपना सम्मान व्यक्त करना चाहिए था। उसके उपरान्त अपनी बात सदन में रख सकते थे।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि हर महान कार्य को तीन अवस्थाओं से गुजरना होता है, उपहास, विरोध और स्वीकृति। आप सभी लोगों ने इन तीनों अवस्थाओं की स्थिति को देखा होगा। चाहे वह अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के मंदिर निर्माण का कार्यक्रम रहा हो या फिर प्रयागराज में महाकुम्भ के आयोजन का कार्यक्रम रहा हो। इन दोनों में एक साम्यता देखने को मिलती है। प्रतिपक्ष द्वारा विरोध के साथ उपहास किया गया। अब विरोधी दल भी कहते हैं कि श्रीराम तो सबके हैं। वर्ष 2019 के प्रयागराज कुम्भ में मंत्रिपरिषद एवं इस बार के महाकुम्भ में पूरे मंत्रिमण्डल ने प्रयागराज जाकर विकास की योजनाओं के सम्बन्ध में आत्ममंथन किया तथा इस विशाल वैश्विक आयोजन के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की।

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प्रयागराज में एक दिन में लगभग 02 करोड़ श्रद्धालुजन आ रहे हैं। काशी में भी लगभग यही स्थिति देखने को मिल रही है। वर्ष 2024 में मक्का में 01 करोड़ 40 लाख तथा वेटिकन सिटी में 80 लाख तीर्थयात्री पहुंचे थे। वर्ष 2024 में 16 करोड़ श्रद्धालु अयोध्या में तथा वाराणसी में 14 करोड़ श्रद्धालु आए थे। विगत 52 दिनों में अयोध्याधाम में 02 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचे हैं। मथुरा-वृन्दावन में 08 करोड़ 30 लाख श्रद्धालु, तिरुपति मन्दिर में 02 करोड़ 50 लाख, स्वर्ण मन्दिर में 03 करोड़ और अजमेर शरीफ में 73 लाख श्रद्धालु पहुंचे हैं।

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मुख्यमंत्री  ने कहा कि किसी ने सच कहा है कि महाकुम्भ में जिसने जो तलाश की उसको वह वहां मिला। संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरत तस्वीरें मिली, आस्थावान लोगों को पुण्य मिला, भक्तों को भगवान मिले, सज्जनों को सज्जनता मिली, गरीबों को रोजगार मिला, श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों को सुव्यवस्था मिली, भारत की मृत्युंजय की कामना करने वालों को मृत्युंजय मिला। सभी को अपने-अपने स्वभाव व चरित्र के अनुसार चीज दिखाई दीं। महाकुम्भ में एक ही घाट पर बिना भेदभाव के सभी जाति एवं वर्ग के स्नानार्थी नहाते रहे।

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मुख्यमंत्री  ने कहा कि सेण्ट्रल पॉल्यूशन कण्ट्रोल बोर्ड की रिपोर्ट में कहा गया है कि संगम पर फेकल कोलीफॉर्म की मात्रा 100 मिलीलीटर में 2,500 से कम होनी चाहिए, जो 780 है। फेकल कोलीफॉर्म वाराणसी की ओर जाने वाले घाट पर 280, यमुना में पुराने ब्रिज के पास यह लगभग 760 है। जल की शुद्धता के मानक बी0ओ0डी0, डी0ओ0 और फेकल कोलीफॉर्म हैं। यह तीनों मानक संगम स्थल जहां पर श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं, पॉल्यूशन कण्ट्रोल बोर्ड के मानक के दायरे में हैं।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन सरकार उन सभी श्रद्धालुजन के प्रति संवेदना व्यक्त करती है, जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है। सरकार उनके साथ है। आज राजनीति से ऊपर उठकर उत्तर प्रदेश के सामर्थ्य के बारे में मंथन करने का समय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वही उत्तर प्रदेश है, जिस उत्तर प्रदेश के लोग अपनी पहचान को छुपाते थे। आज उत्तर प्रदेश में डबल इंजन सरकार के द्वारा किये गये कार्यों के कारण पहचान का संकट नहीं है। आज उत्तर प्रदेश का परसेप्शन बेहतर हुआ है। महाकुम्भ ने उसे नई ऊँचाई व नई पहचान दी है। अयोध्या, काशी तथा प्रयागराज सहित इन सभी तीर्थ स्थलों पर उमड़ते हुए श्रद्धालु नई सकारात्मक धारणा लेकर चले हैं।

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