गाजियाबाद। सिहानी गेट थानाक्षेत्र में पेट्रोल पंप के मैनेजर और कर्मचारी से दिनदहाड़े हुई लूट का खुलासा करते हुए पुलिस ने एक बदमाश को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पकड़े गए बदमाश से लूटी गई दो लाख की रकम और स्कूटी बरामद की है। पुलिस के अनुसार चार बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया था। जिसमें से दो को हापुड पुलिस जेल भेज चुकी है, जबकि एक पुराने मामले में मेरठ से जेल चला गया है।
डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि मेरठ रोड स्थित विला आनंदनम में रहने वाले रतन प्रकाश कंसल का मेरठ रोड पर ही एचपी कंपनी का पेट्रोल पंप है। बीती 13 फरवरी को मैनेजर अर्जुन और सेल्समैन संजय लोहिया नगर स्थित आईडीबीआई बैंक में पंप का कैश जमा कराने के लिए स्कूटी पर जा रहे थे। जैसे ही स्कूटी सिहानी गेट थानाक्षेत्र के श्रीराम पिस्टन कंपनी के पास पहुंची तो पीछे से आए बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली मारने की धमकी देते हुए कैश समेत स्कूटी लूट ली थी। स्कूटी की डिग्गी में 10.70 लाख रुपए कैश था।
डीसीपी ने बताया कि इस मामले में स्वाट टीम नगर जोन, सिहानी गेट और थाना कविनगर पुलिस की टीम ने बुलंदशहर के डीएम रोड कालाआम चौराहा निवासी नावेद को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए नावेद की निशानदेही पर पुलिस ने लूटी गई स्कूटी और दो लाख का कैश बरामद किया है।
तीन साथियों के साथ दिया था लूट को अंजाम
पूछताछ में पकड़े गए नावेद ने बताया कि उसने अपने साथी इकराम निवासी ग्राम सैमली थाना कोतवाली देहात, गुलफाम निवासी बहलीमपुरा थाना कोतवालीनगर बुलंदशहर और बिजेंद्र निवासी उटरावली बुलंदशहर के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। पूछताछ में उसने बताया कि वारदात से एक माह पूर्व उसकी साथी इकराम ने शुभम पेट्रोल पंप से बाइक में तेल डलवाते समय पंप के कर्मचारियों को मोटा कैश ले जाते हुए देखा था। इसके बाद उन्होंने गुलफाम के बाग में लूट की योजना बनाई। इसके बाद उन्होंने पेट्रोल पंप की रेकी शुरू कर दी।
नावेद ने बताया कि वारदात वाले दिन बिजेंद्र व गुलफाम रोडवेज बस से वह और इकराम बाइक से पेट्रोल पंप के पास पहुंचे थे। जैसे ही मैनेजर और कर्मचारी पंप से कैश लेकर चले तो बिजेंद्र ने उसे इशारा कर दिया। इसके बाद वह उसने गुलफाम और इकराम के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया था। वारदात के बाद वह स्कूटी की डिग्गी से कैश निकालकर फरार हो गए थे। बाद में वह गांव में बहरीमपुरा पहुंचे और ढाई ढाई लाख रुपये आपस में बांट लिए, जबकि 70 हजार रुपये असलाह खरीदेन के लिए इकराम को दे दिए। डीसीपी ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी वर्ष 2024 में गुजरात के अहमदाबाद से डकैती के मामले में जेल जा चुका है