महाकुंभनगर- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज दौरे पर गुरुवार को कहा कि महाकुंभ के दौरान मीडिया ने सकारात्मक रूप से अपनी भूमिका का निर्वहन किया।
उन्होंने कहा कि वास्तव में महाकुंभ प्रयागराज एक वैश्विक इवेंट बन गया। इसमें मीडिया की भूमिका सराहनीय रही। मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं देख रहा था कि दिन हो या रात्रि, सुबह हो या शाम, शीत लहरी हो या भीषण धूप, लेकिन अनवरत रूप से कोई चल रहा था तो वह मीडिया था। या तो मां गंगा की धारा चल रही थी या फिर मीडिया चलता था और सकारात्मक रूप से आपकी जो भूमिका थी उसके चलते महाकुम्भ प्रयागराज नए रिकॉर्ड बनाने के लिए अग्रसर हुआ।”
उन्होने कहा कि पूरे आयोजन को सफल बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। श्रद्धालुजनों को यहां तक लाने के लिए सभी संबंधित विभागों, संस्थाओं ने अपना काम किया, लेकिन एक-एक घटना को लाइव दिखाने का काम और सकारात्मक रूप से उसे आम जनता तक घर-घर पहुंचाने का काम मीडिया ने किया। आस्था और आर्थिकी के बीच समन्वय हो सकता है यह मीडिया ने साबित करके दिखाया। 7.5 हजार करोड़ खर्च करके 3.5 लाख करोड़ की ग्रोथ दर्ज की जा सकती है, यह भी मीडिया ने बताया। यह एक नया शोध का विषय बन गया है। मेरे पास लगातार नेशनल और इंटरनेशनल इंस्टीट्यूशन से पत्र आ रहे हैं कि क्राउड मैनेजमेंट कैसे होता है, आस्था और आर्थिकी का समन्वय कैसे हो सकता है इस पर एक घंटे का टॉक शो कीजिए।
योगी ने कहा कि जो भी यहां आया उसने स्वच्छता की चर्चा की, टेक्नोलॉजी की चर्चा की, सुरक्षाकर्मियों के व्यवहार की चर्चा की। मीडिया के साथ-साथ प्रयागराजवासियों का धैर्य अत्यंत अभिनंदनीय रहा, जिन्होंने पूरे आयोजन को अपना आयोजन माना। अक्सर होता है कि एक दिन या दो दिन लोगों को थोड़ा पैदल चलना पड़े तो वो अधीर हो जाते हैं, गुस्से में आ जाते हैं, सड़कों पर आ जाते हैं, लेकिन यहां ऐसा नहीं हुआ। पूरे 45 दिन जनता जनार्दन ने अपना धैर्य बनाए रखा। इन 45 से 50 दिनों में आप सभी यहां पर मौजूद रहे और पूरी तत्परता के साथ आपने इस पूरे महा आयोजन को महायज्ञ मानकर एक सदस्य के रूप में इस सफलता की नई ऊंचाई तक पहुंचाने में योगदान दिया। अपनी पूरी टीम की ओर से आपका अभिनंदन करता हूं।
जो महाकुंभ में नहीं आ पाए, उनके लिए हर ज़िले में संगम का जल भिजवाएगी सरकार, योगी ने किये आदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्पिरिचुअल टूरिज्म का भी पोटेंशियल है और यह प्रदेश ने साबित किया। गत वर्ष ही उत्तर प्रदेश में 65 करोड़ श्रद्धालु और पर्यटक विभिन्न तीर्थस्थलों पर आए थे। वे अयोध्या धाम आए थे, काशी आए थे, मथुरा-वृंदावन आए थे, प्रयागराज आए थे, चित्रकूट आए थे, मां विंध्यवासिनी के धाम आए थे, गोरखपुर आए, शुकतीर्थ आए, नैमिषारण्य आए। अकेले प्रयागराज में 45 दिन में 66 करोड़ 30 लाख पर्यटक और श्रद्धालु आ चुके हैं, यानी नए-नए रिकॉर्ड बनते दिखाई दे रहे हैं। प्रयागराज महाकुम्भ ने उत्तर प्रदेश के अंदर पांच स्पिरिचुअल टूरिज्म के डेस्टिनेशन उपलब्ध करवा दिए हैं।
मुजफ्फरनगर में शादी का झांसा देकर की ठगी, 2 साइबर अपराधी महिलाएं गिरफ्तार
इन 45 दिनों में 100 देशों का प्रतिनिधित्व प्रयागराज में हुआ है, जिसमें 74 देशों के एंबेसडर और हाई कमिश्नर यहां आए थे, 12 देश के मंत्री या राष्ट्राध्यक्ष की उपस्थिति भी रही थी और अन्य देशों से श्रद्धालुजन भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने थे। यह सभी आपको कवर करने का अवसर प्राप्त हुआ था।