सहारनपुर। जिलाधिकारी मनीष बंसल की अध्यक्षता में जिला चिकित्सालय में विश्व श्रवण दिवस मनाया गया। इस वर्ष की थीम डब्लू०एच०ओ० द्वारा “Changing mind-sets: Empower yourself to make ear and hearing care a reality for all!” निर्धारित की गयी है। इस अवसर पर एस०बी०डी० जिला चिकित्सालय परिसर में निःशुल्क शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर का उद्घाटन जिलाधिकारी मनीष बंसल द्वारा फीता काटकर किया गया। एस०बी०डी० जिला चिकित्सलाय के सभागार में जिलाधिकारी द्वारा दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राप्त कराई गयी सूची के अनुसार 50 लाभार्थियों को बहरेपन व श्रवण हानि के रोगियों को कान की मशीन (Hearing Aid) का वितरण किया गया । डीएम मनीष बंसल द्वारा दिव्यांग प्रमाण पत्र हेतु गठित मेडिकल बोर्ड का भी निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि जितने दिव्यांग जन आते हैं उन सभी का रजिस्ट्रेशन कराया जाय। मेडिकल बोर्ड में सभी डॉक्टर समय से 10 से 2 बजे तक सर्टिफिकेट बनाएं। रिजेक्टेड पर्सन का कारण और परसेंट लिख कर रिजेक्ट की स्टांप लगाकर उसको दिया जाय तथा साफ राइटिंग में लिखा जाय। शिविर में डा० अनिल वोहरा वरिष्ठ फिजिशियन, डा० अमित गुप्ता व डा० अनुज कुमार ई०एन०टी० सर्जन के द्वारा रोगियों की कान एवं कान से सम्बन्धित रोगो की जाँच की गयी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० प्रवीण कुमार द्वारा सभी बहरेपन व श्रवण हानि रोगियों को जानकारी देते हुये सभी को बताया गया कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते है, लाइफस्टाइल की समस्या और हमारी कुछ गडबड आदतों के कारण कानों की सेहत भी प्रभावित हो रही है। ध्वनि प्रदूषण और इयरफोन्स का लगातार उपयोग हमारी सुनने की क्षमती के लिये दो खतरे है। अगर किसी भी व्यक्ति या बच्चे का कान बहता है तो कान में पानी न जाने दें और किसी प्रकार का तरल पदार्थ न डालें। मवाद को साफ और नरम कपडे से साफ करें। मवाद में बदबू होना या खून आना गंभीर रोग के लक्षण हो सकते है। कान से सम्बन्धी कोई भी परेशानी आने पर तत्काल जिला चिकित्सालय के कमरा नं0-7 में अपनी जॉच कराये।
जिला नोडल अधिकारी एन०सी०डी० श्रीमती शिवांका गौड द्वारा जानकारी दी गयी कि सुनने की क्षमता में कमी को रोकने के लिए, कान की देखभाल करना जरूरी है, इसके लिये तेज आवाजों से बचे, कान की सुफाई नियमित करें, नियमित रूप से हियरिंग चेकअप कराये, संतुलित आहार ले, दवाओं के प्रति सचेत रहे एवं कान में दर्द या सुनने में कमी के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से मिले। इस अवसर पर प्रमुख अधीक्षक, एस०बी०डी० डा० रामानन्द, जिला दिव्यागंजन सशक्तिकरण अधिकारी श्रीमती दीपिका परिहार, लोहित भारती, मुद्दसीर, बुशरा अंसारी, श्रीमती कविता, अंकुर, देवेन्द्र कुमार, श्रीमती अंशिका, सुश्री सल्तनत, श्रीमती शिखा, सूर्य प्रताप, दिपांश एवं अन्य स्टाफ मौजूद रहे।
सुनने की समस्या को कैसे रोके- वॉल्यूम कम करें, हेडफोन याईयरबड्स के जरिए संगीत सुनते समय, वॉल्यूम का स्तर इतना कम रखे कि आप अपने आस-पास लोगों की बाते सुन सके। एक और अच्छा नियम यह है कि दिन में 90 मिनट से ज्यादा समय तक वॉल्यूम का स्तर 80 प्रतिशत से ज्यादा न रखें। अपने कान की नली में कुछ भी न डालें, जैसे कि रूई के फोहे या हेयरपिन।