मुज़फ्फरनगर। मेरठ रोड स्थित विकास भवन में पहुंची राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की सदस्य सुषमा गौड़ियाल ने जिले के अधिकारियों और सफाई कर्मचारियों दलित नेताओं के साथ की मीटिंग, समस्याए सुनकर अधिकारियों को निर्देश दिए। आयोग की सदस्य सुषमा गौडियाल के सामने सफाई कर्मचारियों ने ड्रेस ना देने और स्वास्थ्य कैंप आयोजित ना होने और वेतन में वृद्धि एवं समय पर ना मिलना का आरोप लगाया। राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की सदस्य सुषमा गौडियाल ने सफाई कर्मचारियों कों अलग-अलग बुलाकर सुनी समस्याएं।
सुषमा गोड़ियाल नें बताया की सफाई कर्मचारियों की सबसे बड़ी समस्या वेतन वृद्धि की है। वेतन समय पर ना मिलना, जो आधुनिक उपकरण सफाई कर्मचारियों को दिए जाते हैं वह भी इनके पास तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसके साथ ही सफाई कर्मचारी आयोग की सदस्य ने सफाई कर्मचारियों को साप्ताहिक अवकाश देने की भी अधिकारियों से मांग की है।
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वाल्मीकि क्रांति दल के संस्थापक दीपक गंभीर ने आयोग की सदस्य के सामने विभिन मांगे रखी। जिसमे उन्होंने मांग की मलिन बस्तियों का नाम बदलकर अमृत बस्तियां कर दिया जाए और महीने में दो बार सफाई कर्मचारियों के स्वास्थ्य प्रशिक्षण के लिए कैंप आयोजित किया जाए।