पटना। बिहार प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद पर एक बार फिर से डॉ दिलीप जायसवाल की ताजपोशी हुई है। पटना के बापू सभागार में मंगलवार को हुई प्रदेश परिषद की बैठक में औपचारिक तौर पर उनके नाम का ऐलान किया गया।
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डॉ जायसवाल ने सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन पत्र प्रस्तुत किया है। बिहार चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने अपनी रणनीति को मजबूत करने के लिए मंगलवार को पटना में प्रदेश परिषद की बैठक आयोजित की है। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी बिहार विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की तैयारियों को अंतिम रूप देना और संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करना है। बैठक में प्रदेश परिषद के प्रभारी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने अध्यक्ष के लिए
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दिलीप जायसवाल के नाम की घोषणा की। इस दौरान भाजपा प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े, सह प्रभारी दीपक प्रकाश, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, सांसद राधा मोहन सिंह, रविशंकर प्रसाद, संजय जायसवाल मौजूद रहे।
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उल्लेखनीय है कि डॉ दिलीप जायसवाल मूलरूप से खगड़िया जिले के रहने वाले हैं। कलवार जाति से ताल्लुक रखने वाले जायसवाल के पास एमएससी, एमबीए, पीएचडी और मास्टर ऑफ फिलॉसफी की डिग्री है। जायसवाल की सीमांचल क्षेत्र में मजबूत पकड़ है। वे 2009 में पहली बार एमएलसी बने थे। इसके बाद पूर्णिया, अररिया और किशनगंज क्षेत्र से तीन बार के मेंबर ऑफ लेजिसलेटिव काउंसिल हैं। वे 20 साल तक भाजपा के कोषाध्यक्ष भी रहे हैं। सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में भी सक्रिय निभा रहे हैं। दिलीप जायसवाल का केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भी करीबी माना जाता है।