शामली। जनपद शामली में एक प्लॉट को लेकर हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया, जब जेसीबी लेकर पहुंचे लोगों ने प्लॉट मालिकों से मारपीट कर दी। इस घटना के बाद व्यापारियों ने कोतवाली का घेराव कर पुलिस पर संतोषजनक कार्रवाई न करने का आरोप लगाया।
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जानकारी के मुताबिक गगन विहार निवासी राजीव गर्ग ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2012 में शांति केयर हॉस्पिटल, कैराना रोड के पीछे एक प्लॉट खरीदा था और उसकी रजिस्ट्री भी कराई थी। प्लॉट की घेराबंदी करने के बावजूद शुक्रवार दोपहर कुछ असामाजिक तत्व जेसीबी और अन्य मशीनरी लेकर पहुंचे और प्लॉट पर कब्जा करने की कोशिश करने लगे। जब राजीव गर्ग के भाई रजत गर्ग और अंकित गर्ग ने इसका विरोध किया तो संजीव सैनी, प्रवीण, वीरेंद्र वकील सहित अन्य लोगों ने लाठी-डंडों और ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया। इस हमले में रजत और अंकित गर्ग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही शहर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और तीन लोगों को हिरासत में लिया। हालांकि, व्यापारियों ने पुलिस की कार्रवाई को नाकाफी बताते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
पूर्व विधायक राजेश्वर बंसल, मानस संगल और अनिल गोयल के नेतृत्व में दर्जनों व्यापारी कोतवाली पहुंचे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस हमलावरों पर कड़ी कार्रवाई करने में विफल रही है। व्यापारियों ने कोतवाली परिसर में दरी बिछाकर धरना शुरू कर दिया और हमलावरों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने और उन्हें जेल भेजने की मांग की। इस दौरान कुछ व्यापारियों ने हिरासत में लिए गए आरोपियों पर हमला करने की कोशिश भी की, लेकिन पुलिस की सख्ती के चलते वे ऐसा नहीं कर सके।
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संजीव सैनी ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि उनका भाई मानसिक रूप से दिव्यांग था, जिसे बहला-फुसलाकर प्लॉट का बैनामा कराया गया था। उन्होंने दावा किया कि राजीव गर्ग और उनके परिवार ने प्लॉट पर अवैध कब्जा कर रखा है।
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और सभी पक्षों की सुनवाई के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।