मुजफ्फरनगर। मन्सूरपुर में स्थित विद्यालय एमडीएस विद्या मन्दिर इन्टर कॉलिज में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के विद्यार्थियों और शिक्षकों ने महिला सशक्तिकरण और समानता के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का शुभारम्भ कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रोहताश कली, विशिष्ट अतिथि श्रीमति सुमित्रा देवी, रीतू चौधरी, रेनू चौधरी, विद्यालय प्रबन्धक सन्दीप कुमार, प्रधानाचार्य अनिल कुमार, संचालक अनिल शास्त्री एवं सभी अध्यापक-अध्यापिकाआंे ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वजित एवं पुष्पार्चन कर किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने वैशाली राठी के दिशा-निर्देशन में मनमोहक कार्यक्रम किये गये। बच्चांे ने आर्मी आफिसर, इंजीनियर, डॉक्टर, मिस वर्ल्ड, लॉयर, हाउस वाइफ, पायलेट, शेफ, क्रिकेटर, सिंगर, टीचर, समाज सेविका आदि की वेशभूषा धारण कर बताया कि आज हर क्षेत्र में महिला आगे है।
विद्यालय प्रबन्धक सन्दीप कुमार ने महिला दिवस के महत्व को समझाया और महिलाओं के योगदान को सराहा। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि महिलाओं ने समाज, राजनीति, विज्ञान, कला और खेल सहित हर क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है कि हर साल 8 मार्च को महिला दिवस मनाया जाता है। नारी का सम्मान सर्वोपरी है। उन्होंने कहा कि यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः। यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः। जिस स्थान पर स्त्रियों की पूजा की जाती है और उनका सत्कार किया जाता है, उस स्थान पर देवता सदा निवास करते हैं और प्रसन्न रहते हैं जहाँ ऐसा नहीं होता है, वहाँ सभी धर्म और कर्म निष्फ़ल होते हैं।
विद्यालय के प्रधानाचार्य अनिल कुमार ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, हमारे समाज की प्रगति महिला सशक्तिकरण के बिना अधूरी है। हमें हर महिला को उसकी क्षमता के अनुसार अवसर देना चाहिए और उसे सम्मान देना चाहिए।
मुज़फ्फरनगर में बारातियों के साथ मारपीट करने वाली महिलाए एवं पुरुष गिरफ्तार, हथियार भी किए बरामद
इस अवसर पर, विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने नृत्य, गीत और नाटक के माध्यम से महिला अधिकारों, शिक्षा और समाज में उनके योगदान पर अपने विचार प्रस्तुत किए। विशेष रूप से, एक नाटक प्रस्तुत किया गया जिसमें यह संदेश दिया गया कि समाज में महिलाओं को समान अधिकार मिलना चाहिए और उनके खिलाफ हिंसा का विरोध किया जाना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में, कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमति रोहताशकली, प्रबन्धक एवं प्रधानाचार्य द्वारा विद्यालय की शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया। इस दौरान विद्यालय के शिक्षक और शिक्षिकाओं ने भी महिला सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं पर विचार साझा किए।
समारोह का समापन सभी विद्यार्थियों द्वारा महिला सशक्तिकरण के पक्ष में एक शपथ लेने के साथ हुआ। इस शपथ के द्वारा सभी ने संकल्प लिया कि वे महिला अधिकारों का समर्थन करेंगे और उनके लिए समान अवसर प्रदान करेंगे। कार्यक्रम का संचालन अंकिता बत्रा ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी अध्यापक व अध्यापिकाओं का विशेष योगदान रहा।