गाजियाबाद। गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी गांव के बीच यातायात की समस्या अब दूर होने वाली है। गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा वेस्ट को जोड़ने वाले फ्लाईओवर के निर्माण कार्य को मंजूरी मिल गई है। जल्द ही फ्लाईओवर के निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है। गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक और ग्रेटर नोएडा वेस्ट को जोड़ने वाली सड़क पर सुबह और शाम को भीषण ट्रैफिक जाम हो जाता है।
मुज़फ्फरनगर में डुंडी घाट पर पुल बनवाने के प्रयासों मे जुटे जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल
जिससे वाहन चालकों का मिनटों का सफर घंटों में पूरा होता है। इस प्रोजेक्ट को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की ओर से हरी झंडी मिल गई है। अब विस्तृत परियोजना रिपोर्ट(डीपीआर)तैयार की जाएगी। जिसके बाद निर्माण कार्य की शुरूआत होगी। यह फ्लाईओवर गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा के बीच यातायात की बेहतर कनेक्टिविटी को बनाएगा। इसके साथ ही गाजियाबाद से जेवर एयरपोर्ट तक जाने वाले लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी।
मुज़फ़्फ़रनगर में परीक्षा देकर वापस लौट रहे छात्र के साथ दबंग युवकों ने की मारपीट
केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान तैयार करेगा डीपीआर
केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान(सीआरआरआई) की एक टीम ने इस प्रोजेक्ट के लिए प्रारंभिक साइट मूल्यांकन पूरा कर लिया है और अब विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर रही है। शाहबेरी फ्लाईओवर बनने से गाजियाबाद ही नहीं बल्कि पश्चिम यूपी के यात्रियों को ग्रेटर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। फ्लाईओवर का प्रस्तावित आकार लगभग 3.8 किलोमीटर लंबा और 16 मीटर चौड़ा होगा। जिससे यात्रियों को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी।
मुजफ्फरनगर में ट्रैक्टर ट्राली का ट्रक से हुआ एक्सीडेंट, नौजवान जनता दल के जिला अध्यक्ष का था ट्रक
डीपीआर तैयार करने को सीआरआरआई को भेजा पत्र
डीपीआर तैयार करने के लिए सीआरआरआई को पत्र भेजा है। डीपीआर तैयार होने के बाद राज्य सरकार से इसकी अंतिम मंजूरी ली जाएगी। फ्लाईओवर के साथ-साथ 16 मीटर चौड़ाई के दायरे में चार किलोमीटर के निर्माण की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। उम्मीद है कि अप्रैल 2025 तक जेवर एयरपोर्ट का व्यावसायिक उपयोग शुरू हो जाएगा। इसको ध्यान में रखते हुए सभी सड़कों को सुधारने के लिए तेजी से काम कर रहा है।
एलिवेटेड रोड के लिए भेजे गए दो प्रस्ताव
शाहबेरी फ्लाईओवर के निर्माण के लिए दो प्रस्ताव भेजे गए हैं। पहला 14 मीटर चौड़ा और दूसरा 16 मीटर चौड़ा फ्लाईओवर। प्राधिकरण ने 16 मीटर चौड़े फ्लाईओवर को मंजूरी दे दी है, जो ज्यादा यातायात को संभालने में सक्षम होगा।
फ्लाईओवर के निर्माण से ट्रैफिक की समस्या होगी दूर
शाहबेरी और क्रॉसिंग रिपब्लिक को जोड़ने वाली एक किलोमीटर लंबी सड़क वर्तमान में 15 मीटर चौड़ी है। लेकिन यहां हमेशा भारी ट्रैफिक रहता है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और नोएडा लिंक रोड तक पहुंचने के लिए कई यात्री इस सड़क का उपयोग करते हैं। इस वजह से इस स्थान पर अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। बेतरतीब पार्किंग और स्थानीय दुकानों द्वारा किए अतिक्रमण से स्थिति और खराब होती है।
फ्लाईओवर बनने के बाद इन समस्याओं से निजात मिलेगी और गाजियाबाद व ग्रेटर नोएडा के बीच ट्रैफिक सुगम होगा। इसके साथ ही जेवर एयरपोर्ट तक जाने वाले यात्रियों को भी बेहतर और तेज़ यातायात सुविधा मिलेगी।