मुरादाबाद। गैंगस्टर दीपक बाक्सर का पासपोर्ट बनाने वाला महफूज खान अब तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के साथ मुरादाबाद पुलिस और क्राइम ब्रांच टीम उसकी तलाश कर रही है। रविवार को पुलिस ने अगवानपुर से उसके छह करीबियों को उठाया है, सभी से पूछताछ की जा रही है। वहीं महफूज के पांच साथी पुलिस के डर से अगवानपुर से गायब हो गए हैं। जिनके बारे में पुलिस जानकारियां जुटाकर संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
हरियाणा के जनपद सोनीपत के धूमर निवासी दीपक बाक्सर ने 19 दिसंबर 2022 में खुद को रवि अंतिल निवासी गांव गोपालपुर नत्थानंगला उर्फ कोकरपुर थाना छजलैट जनपद मुरादाबाद निवासी बताते हुए पासपोर्ट बनवा लिया था। इस पासपोर्ट के जरिए ही दीपक बाक्सर कोलकाता के रास्ते मैक्सिको भागा था। लेकिन, दिल्ली के बिल्डर अमित गुप्ता की हत्या मामले में उसका नाम आने पर उसे मैक्सिको से गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी दीपक बाक्सर ने अगवानपुर निवासी महफूज खान की मदद से पासपोर्ट बनवाया था। इस मामले में दीपक के खिलाफ छजलैट थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। जांच में यह बात भी सामने आई थी कि पासपोर्ट के लिए सत्यापन रिपोर्ट छजलैट थाने के सिपाही अजीत सिंह निवासी हसुपुरा थाना गढ़मुक्तेश्वर ने लगा दी थी।
एसएसपी हेमराज मीणा के आदेश पर आरोपित सिपाही को निलंबित कर दिया था। जिसे बाद में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जिसके बाद पुलिस पासपोर्ट बनाने वाले आरोपी महफूज की तलाश कर रही है। लेकिन, महफूज अब तक फरार है। पुलिस ने अगवानपुर में ऐसे सभी लोगों को चिह्नित कर लिया है तो महफूज के नजदीक थे। उसके एक भाई, भांजे और एक दोस्त समेत छह लोगों को पुलिस ने उठा लिया है। पुलिस को शक है कि गैंगस्टर का पासपोर्ट बनवाने में इनमें से कुछ लोगों का सहयोग रहा है। इसके अलावा पुलिस के डर से महफूज के कुछ करीबियों ने अपने ठिकाने बदल दिए हैं।
पुलिस अधीक्षक ग्रामीण संदीप कुमार मीना ने मामले में बताया कि रविवार को कुछ लोगों से थाने बुलाकर पूछताछ की गई। आरोपित महफूज की तलाश में पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं। जल्द ही आरोपित को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।