गाज़ियाबाद। डीपीएस इंदिरापुरम ने शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी पहल करते हुए भारत की पहली संस्थागत AI और रोबोटिक्स लैब की शुरुआत की है। इस अत्याधुनिक प्रयोगशाला के ज़रिए अब छात्र स्कूल की चारदीवारी के भीतर ही रोबोट चलाना, कोडिंग करना और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी अत्याधुनिक तकनीकों को व्यावहारिक रूप से सीख सकेंगे।
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लैब की लॉन्चिंग के मौके पर ह्यूमनॉइड रोबोट्स और रोबोटिक डॉग्स का लाइव डेमो प्रस्तुत किया गया। इन मशीनों ने न सिर्फ इंसानों से संवाद किया, बल्कि ये भी दिखाया कि रोबोट्स को हेल्थकेयर, सुरक्षा और मनोरंजन जैसे क्षेत्रों में कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
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स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती प्रिया एलिज़ाबेथ जॉन ने बताया कि ये सिर्फ एक लैब नहीं, बल्कि बच्चों के लिए भविष्य के दरवाज़े खोलने जैसा है। आज के बच्चे जो सोचते हैं, वो कल को हकीकत बन सकता है। और ये लैब उन्हें वही प्लेटफॉर्म दे रही है।”
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इस लैब में छात्र बेसिक से लेकर एडवांस कोडिंग, मशीन लर्निंग और रोबोटिक्स की ट्रेनिंग लेंगे। स्कूल का उद्देश्य बच्चों को सिर्फ किताबों की थ्योरी नहीं, बल्कि रियल-टाइम टेक्नोलॉजी स्किल्स देना है ताकि वे भविष्य की प्रतिस्पर्धा में आगे रहें।
इस खास मौके पर boAt के को-फाउंडर और सीएमओ अमन गुप्ता, स्कूल मैनेजमेंट के सदस्य अभिषेक बंसल और गिरीश कुमार सनदेव भी उपस्थित रहे। सभी ने इस कदम की सराहना की और इसे भारत की स्कूली शिक्षा में एक नई क्रांति बताया।