मेरठ- दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर आज किसानों और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अफसरों व निर्माण कर रही कंपनी के स्टाफ के बीच जमकर हंगामा हो गया। जिसमें निर्माणाधीन कंपनी के एमडी ने किसानों को पिस्टल दिखाकर डराने की कोशिश की जिसके बाद किसानों ने भी टीम पर पथराव कर दिया। इस मामले में परतापुर थाने में तहरीर दी गई है।
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गुरूवार को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के तहसीलदार जेडआर खान,इंजीनियर सौरभ सोनी, निर्माण कर रही कंपनी एपीएस के एमडी देवेंद्र सिंह आदि खेड़ा खानपुर गांव पहुंचे थे। टीम ने वहां बाउंड्री कराने के लिए जेसीबी से गड्ढा खोदना शुरू कर दिया, जिसकी जानकारी मिलने पर खेड़ा खानपुर के ग्रामीण भी मौके पर पहुँच गए।
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ग्रामीणों ने कंपनी के अधिकारियों से एक्सप्रेस वे के किनारे सर्विस रोड बनाने, अंडरपास गांव की सड़कों के अनुसार बनाने, गांव के श्मशान के लिए जमीन उपलब्ध कराने और ट्यूबवेल का रुका मुआवजा दिलाने की मांग रखी जिसको लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हो गई और मामला गर्माता चला गया। किसानों का आरोप है कि इसी बीच एपीएस के एमडी देवेंद्र सिंह ने किसानों पर पिस्टल तान दी और उन्हें डराने की कोशिश की।
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बताया जाता है कि इसके बाद किसान बुरी तरह भड़क गए और कुछ गुस्साए युवकों ने कंपनी की जेसीबी पर पथराव कर दिया। पथराव होता देखकर कंपनी के अफसर और कर्मचारी भाग गए। घटना का पता चलते ही हड़कंप मच गया और आनन फानन में परतापुर, टीपीनगर और ब्रह्मपुरी थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और किसानों को समझाकर शांत किया।