बिजनौर, । बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने बुधवार को पूर्व विधायक रुचि वीरा और उनकी बेटी स्वाति वीरा को पार्टी से निष्कासित कर दिया। उनके खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता के आरोप में यह कार्रवाई की गई है।
पार्टी के जिलाध्यक्ष दलीप कुमार (पिंटू) ने पत्र जारी कर इस बात की पुष्टि की, है कि पार्टी ने पूर्व विधायक रूचि वीरा और उनकी बेटी स्वाति वीरा को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। जबकि पार्टी ने उन्हें कई बार उनके द्वारा की जा रही गतिविधियों के बारे में आगाह किया था। इसके बावजूद उनकी कार्यशैली में कोई सुधार नहीं होने पर यह निर्णय लिया गया है।
गौरतलब है कि रुचि वीरा सपा से विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में बसपा में शामिल होकर वह विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी हैं। बिजनौर क्षेत्र में उन्हें काफी मजबूत नेता माना जाता है। सपा में विधायक रहते हुए सपा सरकार के दौरान उनकी जिले में तूती बोलती थी क्योंकि वह आजम खां के बेहद नजदीकी थी।
नगर निगम चुनाव आते ही रुचि वीरा अपनी इकलौती बेटी स्वाति वीरा को बिजनौर शहर सीट पर सपा से टिकट दिलाने की जुगत में हैं। तभी से सपा से टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे दावेदारों में खलबली मची हुई है, क्योंकि रुचि आजम खां से अपने सम्बधों के सहारे बेटी को बिजनौर क्षेत्र से टिकट दिलाने की कोशिश में है। रुचि वीरा के बेटी को लेकर मैदान में आने से बिजनौर नगर के समीकरण बदलेगें क्योकि रुचि वीरा हिन्दू मतों के अलावा मुस्लिम मतों पर भी काफी प्रभाव रखती है।
बता दें कि रूचि वीरा 2014 के उपचुनाव में सपा के टिकट पर पहली बार विधायक बनी थीं, बसपा जिलाध्यक्ष के मुताबिक अनुशासनहीनता व पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने की रूचि वीरा की छानबीन कराने के बाद उनके खिलाफ यह कार्रवाई हुई है। उन्हें एक बार 2019 में भी पार्टी से निकाल दिया गया था।
मूलत: हसनपुर के एक उच्च वैश्य परिवार से ताल्लुक रखने वाली रूचिवीरा का विवाह बिजनौर के विश्नोई राजघराने में हुआ है। सूत्रों के मुताबिक रुचिवीरा की बेटी बिजनौर से नगरपालिका चुनाव की प्रत्याशी बनने जा रही है इसी कारण बसपा से उन्हें निकाला गया है।