लखनऊ। लोकसभा चुनाव के एक्जिट पोल को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की साजिश करार देते हुये कहा कि एक्जिट पोल के जरिये जनमत को धोखा दिया जा रहा है और एक्जिट पोल का आधार ईवीएम नहीं बल्कि जिला प्रशासन है मगर न्यायपालिका की सक्रियता के चलते कोई साजिश काम नहीं आयेगी। यादव ने रविवार को एक्स पर पोस्ट किया “ एक्ज़िट पोल की क्रोनोलॉजी समझिए।
विपक्ष ने पहले ही घोषित कर दिया था कि भाजपाई मीडिया भाजपा को 300 पार दिखाएगा, जिससे घपला करने की गुंजाइश बन सके। आज का ये भाजपाई एक्ज़िट पोल कई महीने पहले ही तैयार कर लिया गया था बस चैनलों ने चलाया आज है। इस एक्ज़िट पोल के माध्यम से जनमत को धोखा दिया जा रहा है।”
उन्होने कहा “ इस एक्ज़िट पोल को आधार बनाकर भाजपाई सोमवार को खुलनेवाले शेयर बाज़ार से जाते-जाते लाभ उठाना चाहते हैं। अगर ये एक्ज़िट पोल झूठे न होते और सच में भाजपा हार न रही होती तो भाजपावाले अपनों पर ही इल्ज़ाम न लगाते। भाजपाइयों के मुरझाए चेहरे सारी सच्चाई बयान कर रहे हैं। भाजपाई ये समझ रहे हैं कि पूरे देश का परिणाम चंडीगढ़ के मेयर के चुनाव की तरह बदला नहीं जा सकता है क्योंकि इस बार विपक्ष पूरी तरह से सजग है और जनाक्रोश भी चरम पर है।
यादव ने कहा “ भाजपा से मिले हुए भ्रष्ट अधिकारी भी सर्वोच्च न्यायालय की सक्रियता देखकर धांधली करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं, साथ ही वो जनता के क्रोध का भी शिकार नहीं होना चाहते हैं। ”
उन्होने पार्टी कार्यकर्ताओं को मतगणना केंद्र पर पैनी निगाह बनाये रखने की नसीहत देते हुये कहा “ इंडिया गठबंधन के सभी कार्यकर्ता, पदाधिकारी और प्रत्याशी ईवीएम की निगरानी में एक प्रतिशत भी चूक न करें। इंडिया गठबंधन जीत रहा है। इसीलिए चौकन्ने रहकर मतगणना कराएं और जीत का प्रमाणपत्र लेकर ही विजय का उत्सव मनाएं।”
एक अन्य ट्वीट में उन्होने नौकरशाहों को चेतावनी देते हुये कहा “ एक्जिट पोल का आधार ईवीएम नहीं डीएम है। प्रशासन याद रखे जनशक्ति से बड़ा बल और कोई नहीं होता।”
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव की मतगणना चार जून को होगी। इससे पहले एक्जिट पोल में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को पूर्ण बहुमत मिलने के आसार जताये गये हैं। विपक्षी दल के नेताओं ने एक्जिट पोल को सिरे से नकार कर इंडिया गठबंधन को जीत मिलने का दावा किया है।