मेरठ। मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) के अधिकारी कार्रवाई का दिखावा करते रहे और बिल्डरों ने बड़ा खेल कर दिया। पिछले 4 महीने में बिल्डरों ने 104 अवैध कॉलोनियां काट दीं।
फरवरी में मेडा की वेबसाइट पर 262 अवैध कॉलोनियां थीं, जो अब बढ़कर 366 हो गई हैं। हाईवे और बाईपास पर इनकी संख्या सबसे अधिक है। वर्तमान में शहर में 264 कॉलोनियां ही वैध हैं। यह खुलासा मेडा की ओर से किए गए सर्वे में हुआ है। मेडा की टीम ने अपनी वेबसाइट पर मंगलवार को सूची भी अपडेट कर दी।
मेडा ने चार जोन बनाए हैं। जिसके अंतर्गत 16 उप जोन बनाकर निगरानी की जाती है। सर्वे में शहर से लेकर देहात तक हर ओर अवैध कॉलोनियां पकड़ में आई हैं। रोहटा रोड, बागपत रोड, किला रोड, हापुड़ रोड, गढ़ रोड, मवाना रोड और एनएच-58 पर सबसे ज्यादा अवैध कॉलोनियां काटी गई हैं।
कोई साधारण व्यक्ति एक छोटा सा मकान भी बनाए तो मेडा की टीम आ धमकती है, नोटिस जारी कर दिए जाते हैं। लेकिन तेजी से पनप रही अवैध कॉलोनियों पर ध्वस्तीकरण के नाम पर महज खानापूर्ति कर टीम लौट आती है। मामूली तोड़फोड़ कर कागजों में ध्वस्त दिखा दिया जाता है। दूसरी ओर अवैध कॉलोनी काटने में न केवल राजनीतिक रसूख रखने वाले सूरमा शामिल हैं, बल्कि कई व्यापारी नेता भी ऊंचे रसूख के बूते धड़ल्ले से अवैध कॉलोनियां काट रहे हैं।
जालसाजी कर प्लॉट बेचने व ठगने के मामले भी लगातार पुलिस के पास पहुंच रहे हैं। कई लोग मेडा में भी इसकी शिकायत लेकर आते हैं। कोई भी संपत्ति ले रहे हैं तो मेडा की वेबसाइट पर इसे जांच लें