बाड़मेर। भारत-पाक के बीच उपजे तनाव के चौथे दिन बाड़मेर में शनिवार को 10 बजकर 19 सेकेंड पर रेड हाई अलर्ट जारीकर दिया है। प्रशासन नेसभी को घरों में जाने और रहने की अपील की है। साथ ही रोड पर आवागमन न करने और सावधानी बरतने का कहा है।
इससे पहले अलसुबह 5 बजे रेड अलर्ट जारी किया गया। इस दौरान पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमले किए। लेकिन भारत ने उन्हें नाकाम कर दिए। जिले में आज सुबह 6 बजे तक 12 घंटे का ब्लैकआउट रहा। अंधेरे में डूबे शहर में कर्फ्यू जैसे हालात रहे। सड़कों पर पसरा सन्नाटा और हर तरफ अंधेरा नजर आया। वहीं शनिवार सुबह के समय एक बार लोगों का आवाजाही शुरू हो गया।
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ब्लैकआउट के दौरान रातभर सायरन की आवाज गूंजती रही। शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रही। शुक्रवार शाम 6 बजे के बाद शहर में सड़कें खाली हो गई, दुकानें बंद और सर्किलों पर पुलिस के अलावा कोई नजर नहीं आया। रात को बार बार सायरन की आवाज बजने की वजह से लोग अलर्ट रहे और घरों की लाइटें बंद कर पूर्ण ब्लैकआउट में सहयोग किया।
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बाड़मेर में सुबह करीब साढ़े पांच रेड अलर्ट जारी किया गया। रेड अलर्ट के दौरान बार-बार सायरन की आवाज गूंजने लगी। सुरक्षा एजेंसियां लगातार अलर्ट मोड पर रही। रेड अलर्ट करीब डेढ़ घंटे बाद 7 बजकर 9 मिनट तक रहा।
राज्य सरकार ने बाड़मेर जिले को 20 फायर ब्रिगेड दी है। ये फायर ब्रिगेड अलग- अलग तहसील मुख्यालयों पर एक्टिव रहेगी। लंबे समय से जिले में फायर ब्रिगेड की डिमांड की जा रही थी। इसके अलावा सरकार ने 8 एम्बुलेंस का भी इमरजेंसी सेवा के लिए अधिकृत किया है।
इमरजेंसी सेवाओं के लिए बाड़मेर को 5 करोड़ का फंड
तनाव जैसे हालात के बीच राज्य सरकार ने बॉर्डर जिलों को इमरजेंसी सेवाओं के लिए 5 करोड़ रुपये का फंड जारी किया है। इसके लिए संबंधित जिलों के कलेक्टर को अधिकृत किया गया है, वे जरूरत के हिसाब से इस फंड का इस्तेमाल कर सकते है। बॉर्डर से सटे गांवों में नागरिकों की शिफ्टिंग, राशन-पानी के इंतजाम और अन्य जरूरी खरीद भी की जा सकती है। आमजन सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें। किसी तरह की फेंक या झूठी न्यूज, जानकारी या किसी सैन्य मूवमेंट या ठिकाने से जुड़ी जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल नहीं करें। इसके लिए पुलिस की ओर से सोशल मीडिया टीमें एक्टिव है, जो लगातार मॉनिटरिंग कर रही है।