मेरठ। लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम यूपी की 14 सीटों में से भाजपा आठ पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को सात एमएलसी प्रत्याशियों की भी घोषणा कर समाज के हर वर्ग को साधने का काम किया। पश्चिम यूपी से दो प्रत्याशी मोहित बेनीवाल और बिजनौर से अशोक कटारिया को एमएलसी टिकट दिया गया है। भाजपा ने टिकट बंटवारे में जातीय संतुलन को साधने का काम किया है। भाजपा ने वैश्य, गुर्जर, जाट, भूमिहार और क्षत्रिय समाज से प्रत्याशी घोषित किए हैं।
भाजपा सूत्रों की माने तो मेरठ लोकसभा से भाजपा पिछली बार की तरह ही इस बार भी वैश्य समाज से प्रत्याशी की घोषणा करेगी। भाजपा सहानपुर से ब्राहमण या क्षत्रिय प्रत्याशी पर दाव लगा सकती है। गाजियाबाद से क्षत्रिय समाज के प्रत्याशी को टिकट दिया जा सकता है। सहारनपुर और मुरादाबाद लोकसभा सीट पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा हार गई थी। ऐसे में इन सीटों पर कई लोगों की दावेदारी जताई जा रही है। भाजपा ने पश्चिम की दो लोकसभा सीट बिजनौर और बागपत को राष्ट्रीय लोकदल के खाते में डाला दिया है। मेरठ से तीन बार के सांसद राजेंद्र अग्रवाल और गाजियाबाद से दो बार के सांसद जनरल वीके सिंह के नाम पहली सूची में नहीं जारी हुए थे। ऐसे में अटकलों का बाजार गर्म है कि इन दोनों सीटों पर शीर्ष नेतृत्व नए चेहरों को मौका दे सकता है।
कोर कमेटी की बैठक 12 मार्च यानी कल मंगलवार को होगी। सभी की निगाहें इस कोर कमेटी की बैठक में लगी हुई हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद ही भाजपा बची हुई सीटों पर प्रत्याशी घोषित करेगी। जिस तरह से भाजपा ने एमएलसी चुनाव में भूमिहार, क्षत्रिय, वैश्य, गुर्जर और ब्राहमण के अलावा जाट समाज के वोट बैंक को साधने का प्रयास किया गया है। उसी प्रकार का संतुलन भाजपा मेरठ और गाजियाबाद लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारने में बनाएगी।