शामली। रॉयल बुलेटिन की खबर का एक बार फिर बड़ा असर देखने को मिला है। कांधला थाना क्षेत्र में नशे के आरोपी से रिश्वत लेने और उसे फर्जी मुकदमे में फंसाने के वायरल ऑडियो-वीडियो प्रकरण में पुलिस अधीक्षक रामसेवक गौतम ने कड़ा रुख अपनाते हुए आरोपी दरोगा वीरेंद्र सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। मामले की जांच क्षेत्राधिकारी स्तर के अधिकारी को सौंपी गई है।
घटना शामली जनपद के कांधला थाना क्षेत्र की है, जहां दो दिन पहले पुलिस ने एक युवक को नशे का कारोबार करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उसके पास से कुछ ग्राम चरस बरामद होने का दावा किया गया था। आरोप है कि युवक को छुड़वाने के लिए उसके परिजनों ने एक दलाल के माध्यम से दरोगा वीरेंद्र सिंह से संपर्क किया, और 20 हजार रुपये की डील तय हुई।
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हालांकि, मामले ने तब तूल पकड़ा जब वायरल ऑडियो में दरोगा द्वारा 20 हजार रुपये रिश्वत लेने और उन्हीं पैसों से चरस मंगवाकर युवक पर 200 ग्राम चरस लगाकर जेल भेजने की बात सामने आई। दरोगा ने बातचीत में यह भी स्वीकार किया कि उसने यह सब कांस्टेबल नरेश कुमार के कहने पर किया।
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इस पूरे भ्रष्टाचार के मामले को रॉयल बुलेटिन ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक रामसेवक गौतम ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी दरोगा को निलंबित कर दिया और जांच के आदेश जारी कर दिए। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही गई है।